Potli massage therapy Total Post View :- 3693

Potli massage benefits in hindi पोटली मसाज के फायदे !

Potli massage benefits in hindi पोटली मसाज के फायदे !शरीर के सभी प्रकार के दर्द को दूर करने का आयुर्वेद चिकित्सा में पोटली मसाज एक अचूक नुस्खा है । शरीर में अंग प्रत्यंग और प्रत्येक जोड़ में होने वाले दर्द को अद्भुत और अनोखे तरीके से समाप्त करने का एक बेजोड़ तरीका आयुर्वेद में चला आ रहा है जिससे मिनटों में दर्द छूमंतर हो जाते हैं।

आइए जानते हैं !

  • पोटली मसाज क्या है ? What is potli massage?
  • पोटली मसाज करने के फायदे ! Benefits of potli massage !
  • पोटली में कौन सी वस्तुएं रखनी चाहिए ?What items should be kept in the potli ?
  • पोटली मसाज किस तरह किया जाता है ?How is Potli Massage done?

पोटली मसाज क्या है? What is potli massage?

रेत या बालू को कुछ तत्वों के साथ मिलाकर गर्म किया जाता है

और उसे एक सूती कपड़े में बांधकर टाइट पोटली बनाई जाती है

उसे दर्द वाले हिस्से पर सिंकाई करते हैं तथा घड़ी के घूमने की दिशा की तरह गोल गोल मसाज करते हैं,

इसे ही पोटली मसाज कहते हैं यह बहुत ही चमत्कारी होती है ।इससे दर्द में तत्काल लाभ होता है।

पोटली मसाज करने के फायदे ! Benefits of potli massage !

अक्सर मोच लगने से पैरों में या हाथ में दर्द होने लगता है और सूजन भी आ जाती है ।

जिसमें पोटली मसाज करने से तुरंत आराम मिलता है।

इसके अलावा साइटिका (sciatica) , अर्थराइटिस ( arthritis), वेरिकोस वेन्स (varicose veins) व

दर्द (pain) में भी पोटली मसाज अद्भुत असर दिखाती है।

कमर का दर्द, कंधे का दर्द, गर्दन का दर्द, सर्वाइकल पेन, मांस पेशियों के दर्द, पिंडलियों में दर्द,

हाथ में दर्द होने पर पोटली मसाज से तुरंत राहत मिलती है।

महिलाओं के पेट में दर्द होने पुतली बनाकर सिकाई करने से बहुत आराम मिलता है।

बच्चे अक्सर कहीं भी जाते हैं ऐसी स्थिति में चोट आने पर सिर में चोट या जाती है, तथा गूमड़ निकल जाता है।

तब तत्काल पोटली मसाज करने से रक्त का प्रवाह ठीक होकर गूमड़ मिट जाता है और दर्द में आराम मिलता है।

पोटली मसाज सभी तरह की नसों की जकड़न को समाप्त कर देता है ।

शरीर में आई सभी प्रकार की स्वेलिंग दूर करता है। यह ब्लड सरकुलेशन को दुरुस्त करता है।

साथ ही शरीर में अतिरिक्त पानी की मात्रा इकट्ठा होने पर जो मोटापा हो जाता है।

उसे भी इस पोटली मसाज के जरिए दूर किया जा सकता है। पोटली मसाज से वात के सभी रोग और दर्द दूर होते हैं।

शरीर में सभी प्रकार के दर्द से छुटकारा पाने के लिए बालू/ रेत से पोटली मसाज करना बहुत ही लाभदायक होता है।

पोटली में कौन सी वस्तुएं रखनी चाहिए ?What items should be kept in the potli ?

दर्द निवारक रेत की पोटली बनाने के लिए रेत या बालू के अलावा तीन अन्य दर्द निवारक वस्तुएं भी मिलाई जाती हैं।

वे वस्तुएं हैं, काला नमक, अजवाइन और मेथी दाना।

इसके लिए रेत उतनी मात्रा में लें जितनी की पोटली आप हाथ में पकड़ सकते हैं।

कम से कम एक- डेढ़ कटोरी रेत या बालू लें।

इसमें 1 चम्मच काला नमक, 1 चम्मच मेथी दाना और एक चम्मच अजवायन को कढ़ाई में डालकर,

धीमी आंच में 10 मिनट तक गर्म होने दें। अच्छी तरह गर्म होने के बाद एक सूती कपड़े में उक्त सामग्री को डाल दें ।

और एक रस्सी से अच्छी तरह कड़ी पोटली बांधे। पोटली ढीली नहीं होनी चाहिए।

इस तरह कड़ी पोटली बनाकर सिकाई करने से तत्काल राहत मिलती है ।

यह आयुर्वेद का एक अद्भुत और चमत्कारी तरीका है।

पोटली मसाज किस तरह किया जाता है ?How is Potli Massage done?

अब मसाज के लिए पोटली तैयार हो चुकी है इस तरह टाइट पोटली बांधकर दर्द वाले स्थान पर

घड़ी की सुई की दिशा में गोल-गोल घुमाते हुए मसाज करनी चाहिए ।

पहले धीरे-धीरे उस स्थान पर कुछ सेकंड रखकर पोटली को उठा ले ,

इस तरह पोटली को दर्द वाले स्थान पर थोड़ी थोड़ी देर रखकर सिकाई करते रहना चाहिए ।

कम से कम 10 मिनट तक दर्द मोच या चोट वाले स्थान पर सिकाई करने पर दर्द समाप्त हो जाता है।

सिकाई करते समय पोटली बहुत टाइट बांधनी चाहिए।

इस प्रकार Potli massage benefits in hindi पोटली मसाज के फायदे ! में आपने जाना की पोटली मसाज क्या है एवं पोटली में क्या रखना चाहिए । साथ ही किस प्रकार मसाज की जाती है और कौन-कौन सी शरीर की तकलीफ होने मसाज पोटली का उपयोग किया जाता है।जिसे potli massage therapy कहते हैं। यह अत्यंत पुरातन पद्धति है जिसके द्वारा शरीर की सिकाई की जाती थी। यह आयुर्वेद का एक अनूठा तरीका है जिससे शरीर से शीत एवं वात आदि रोगों की चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता है। यह अत्यंत कारगर चिकित्सा है।

http://Indiantreasure. in

अन्य पोस्ट भी पढें !

वात प्रकृति की चिकित्सा : शरीर में बढ़े हुए वात दोष का आयुर्वेदिक समाधान !

चर्म रोग होने का कारण और उसका निवारण !

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!