पैरों में गोले भरना, ऐंठन, दर्द तथा चलने फिरने में तकलीफ होना ! Total Post View :- 2314

पैरों में गोले भरना, ऐंठन, दर्द तथा चलने फिरने और बैठने में तकलीफ होना!

नमस्कार दोस्तों ! पैरों में गोले भरना, ऐंठन व दर्द तथा चलने फिरने और बैठने में तकलीफ होना । यह सारी समस्याएं हमारी पैरों की कमजोरी के कारण होती हैं । जब पैरों की नसें कमजोर हो जाती हैं। तब वह सिकुड़ कर एक जगह इकट्ठा हो जाती है। और वह स्थान कड़ा हो जाता है तथा छूने में दर्द महसूस होता है।

इसे ही बोलचाल की भाषा में पैरों में गोले भरना कहते हैं। किंतु चिकित्सकीय भाषा में यह मसल्स का दर्द होता है। मसल्स का सिकुड़ना और एक जगह जमा हो जाना कहलाता है। यह अच्छी तरह से ब्लड सरकुलेशन ना हो पाने के कारण होता है।

आज हम आपको इसी समस्या का निदान बताएंगे जिसे अपनाकर आप इस दर्द से हमेशा हमेशा के लिए मुक्त हो जाएंगे । यह जानकारी आपके लिए बहुत ही उपयोगी है अतः इसे अंत तक ध्यान से पढ़ें और अपने जीवन में अवश्य अमल करें । जिससे यह तकलीफ आपके जीवन में दोबारा कभी ना हो पाए।

पैरों में गोले भरना, ऐंठन व दर्द होने के क्या कारण हैं!

हमारे शरीर में 75 परसेंट पानी की मात्रा होती है। किंतु जब यह मात्रा कम हो जाती है

तब हमारे शरीर की नसे सिकुड़ने लगती हैं और उनमें ब्लड सरकुलेशन रुक जाता है ।

ऐसी स्थिति में वह स्थान कड़ा हो जाता है। जिसके कारण उठना-बैठना, चलना-फिरना सब मुश्किल हो जाता है

और रात में नींद भी नहीं आती। इस तकलीफ का सबसे बड़ा कारण पानी की कमी होता है ।

अतः कम से कम 6 से 7 गिलास अर्थात ढाई लीटर पानी अवश्य ही प्रत्येक व्यक्ति को प्रतिदिन पीना चाहिए।

इससे ज्यादा पानी पीने पर किडनी पर दबाव बढ़ता है अतः ज्यादा पानी भी नहीं पीना चाहिए।

दूसरा कारण है हमारा खानपान!

शरीर में किसी भी प्रकार के दर्द का कारण शरीर में रहने वाली वायु होती है ।

जब हम मैदा या बाहर की चीजें खाते हैं तब इससे शरीर में वायु बनती है।

देर रात को भोजन करना तथा असमय भोजन करना। कभी भूखे पेट रहना तो कभी भरपेट खा लेना ।

इस तरह का अनियमित खानपान भी पेट में वायु को बनाता है

हमारे शरीर की सबसे बड़ी इस पैर के पीछे होती है जहां पर वायु घूमने लगती है ।

और इससे पिंडलिया टाइट हो जाती है और बैठना उठना मुश्किल हो जाता है।

यह लंबी नस कमर से लेकर एड़ी तक जाती है जिस कारण वायु कमर,एड़ी, पिंडली मैं संचारित होती रहती है।

जिससे दर्द होने लगता है।

सिगरेट शराब मांस और पचने में भारी भोजन भी गैस को बनाते हैं अतः इनसे बचें और पेट को हमेशा साफ रखें ।

2 महीने में एक बार 1 चम्मच एरण्ड तेल एक कप गर्म पानी मे डाल कर पीना चाहिए।

इससे पेट साफ होकर शरीर से सभी विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं।

पहले ऐसा किया जाता था किंतु आजकल इन बातों को लोग भूलते जा रहें हैं। जिसके चलते अस्वस्थ बने रहते हैं।

लगातार सिटिंग भी पिंडलियों के दर्द का कारण होता है !

लगातार सेटिंग करना तथा पैरों को संचालित नहीं करने से भी पैरों की नसें एक ही जगह स्थिर हो जाती हैं।

और ब्लड सरकुलेशन रुक जाता है जिस से भी दर्द होता है।

शरीर में पोषक तत्वों की कमी, जरूरत से ज्यादा मेहनत और वजन दार कार्य करने से भी मसल्स पेन हो जाते हैं।

पैरों में गोले भरना, ऐंठन व दर्द का अचूक इलाज!

अक्सर हम किसी भी बीमारी के लिए बहुत ही आसान उपाय ढूंढना चाहते हैं ।

जिससे कि दवा खाते ही हमारा दर्द छूमंतर हो जाए।

किंतु आज हम आपको कोई दवा नहीं बल्कि एक ऐसा व्यायाम बताएंगे जिससे आप पिंडली में गोले भरना,

ऐंठन व दर्द के अलावा भी शरीर को 90 परसेंट बीमारियों से मुक्त कर लेंगे।

इसके लिए नीचे दिए गए लिंक में बात प्रकृति की चिकित्सा

और वात दोष के कारण संबंधी उपचारों को अवश्य करें।

वात प्रकृति की चिकित्सा : शरीर में बढ़े हुए वात दोष का आयुर्वेदिक समाधान !

वात दोष के क्या कारण हैं : जानिए वात दोष में क्या खाना चाहिए !

इसके लिए आप अपने पैरों की कमजोरी को दूर करने के लिए दोनों पैरों को मिलाकर श्वास भरते हुए

दोनों हाथों को ऊपर खींचे फिर श्वास छोड़ते हुए दोनों हाथों को नीचे पैरों की ओर लाते हुए सामने की तरफ झुके।

ज्यादा ताकत के साथ नहीं झुकना चाहिए। जितना आपका शरीर आसानी से सामने झुक सकता हो, उतना ही झुकें।

धीरे-धीरे अभ्यास करने पर शरीर आगे झुकना शुरू हो जाएगा ।

ऐसे झुकने पर आप देखेंगे कि आपके पैरों के पीछे के नसों में बहुत खिंचाव महसूस होगा और दर्द होगा।

तथा वहां पर गरम-गरम भी महसूस होगा। यह ब्लड के सरकुलेशन होने के कारण होता है।

अतः इससे डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है ।

पैरों में गोले भरना या पिंडलियों में दर्द में करें व्यायाम!

इस स्थिति में सामने की ओर झुक कर कम से कम आधा मिनट तक रुके रहे ।

इसके बाद धीरे-धीरे हाथों को ऊपर ले जाएं और फिर सीधे खड़े हो जाएं ऐसा कम से कम 2 से 3 मिनट तक करें।

सामने की ओर झुकने के बाद दोनों हथेलियों को पैरों के नीचे जमीन पर छुआने की कोशिश करें ।

और हथेलियों को जमीन से चिपका दें।

धीरे-धीरे इस अभ्यास को बढ़ाते हुए अपने दोनों हाथों से दोनों पैरों की एड़ियों को पीछे से पकड़ने

और अपनी नाक को घुटनों में लगाने की कोशिश करनी चाहिए। यह सब एक दिन में नहीं करना है ।

यह धीरे-धीरे कुछ समय बाद होना शुरू होता है ।यदि आप अपने दोनों हाथों को नीचे जमीन तक नहीं ले जा सके

तो अपने घुटनों पर दोनों हाथों को रखते हुए घुटनों को पीछे की ओर धकेलने की कोशिश करे।

जिससे पैरों में पीछे की ओर तनाव होगा और ब्लड सरकुलेशन तेज होगा ।

जिससे आपकी सिकुड़ी हुई नसें खुल जाएंगी और दर्द दूर हो जाएगा ।

जरूरी टिप्स !

इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि जो भी योगासन या व्यायाम हम करते हैं तो उसके विपरीत आसन को भी करना जरूरी होता है।

कि जैसे हम जितना सामने की ओर झुके हैं उतना हमें पीछे भी झुकना होता है ।

लेकिन यदि शरीर में किसी भी प्रकार की तकलीफ हो तो ऐसी स्थिति में बहुत आराम से झुकना चाहिए।

अब पीछे कमर पर दोनों हाथ रख के पीछे की ओर से आसान मुद्रा में जितना झुक सकते हैं उतना झुके ।

शरीर की भाषा को समझना चाहिए। जिस स्थिति में शरीर में दर्द उत्पन्न होने लगी वैसे कार्य बिल्कुल भी ना करें ।

धीरे-धीरे अभ्यास करते रहने पर शरीर उस अवस्था को प्राप्त कर लेता है।

और यह अवस्था आपके स्वस्थ होने की निशानी होती है ।

इस प्रकार एकमात्र यह प्रयोग सुबह और शाम दोनों टाइम नियमित रूप से करने पर आप कुछ ही दिनों में इस दर्द से मुक्ति पा जायेंगे ।

ऐसा करने पर पहले ही दिन से आपको आराम मिलना शुरू हो जाएगा।

यह कार्य उन व्यक्तियों को करना चाहिए जिनके एड़ी, पिंडली, कमर आदि में दर्द हो तथा पैरों में गोले भरना, दर्द ऐठन होने की शिकायत हो।

जिन्हें हाई बीपी हो और हार्ट की तकलीफ हो और स्लिप डिस्क हो या जिन्हें डॉक्टर ने झुकने से मना किया हो उन्हें यह कार्य आसन या व्यायाम नहीं करना चाहिए।

अंत में !

हमारी अकर्मण्यता की हमारी बीमारियों की जन्मदात्री होती है । अतः कर्मठ बनें और स्वयं को एक्टिव रखें । दवाइयों के भरोसे ना रहकर हम स्वयं अपने आप पर भरोसा करें और अपना इलाज स्वयं करें ।

हमारा उद्देश्य आप को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रखना है ।अतः पैरों में गोले भरना, ऐठन व दर्द से संबंधित जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इससे अपने मित्रों और परिजनों ने अवश्य शेयर करें ।

ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहे आपकी अपनी वेबसाइट

http://Indiantreasure. in

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