नमस्कार दोस्तों ! आज हम जानेंगे कि भोजन के बाद ऐसा क्या करना चाहिए, जिससे शरीर बलवान और फुर्तीला होता है। आयुर्वेद इस बारे में क्या कहता है? और शरीर की क्या मांग होती है? अक्सर भोजन के बाद नींद क्यों आने लगती है? ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर इस आर्टिकल में आ पाएंगे।
बात बहुत छोटी सी है और अक्सर अपने घरों में बुजुर्गों को हमने यह करते देखा भी है। किंतु कार्य की व्यस्तता के कारण और समय की कमी होने से शायद हमें इन बातों को इग्नोर करना पड़ता है। किंतु जो व्यक्ति कर सकते हैं उन्हें तो अवश्य ही आयुर्वेद के इस नियम का पालन कर ही लेना चाहिए।
बहुत छोटी किंतु गंभीर बात है और हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अधिक लाभकारी है, अतः इसे बहुत ध्यान से अंत तक अवश्य पढ़ें।
सुबह और दोपहर के भोजन के बाद क्या करें ?
- एक प्राकृतिक नियम है कि हमारा शरीर खुद हमारा डॉक्टर होता है ।
- और उसे जिस समय जिस चीज की आवश्यकता होती है वैसी ही इच्छा या मनःस्थिति हमारी होने लगती है।
- इसे नजरअंदाज न करते हुए इसका पालन करना ही स्वयं को स्वस्थ करने की दिशा में एक मजबूत कदम होता है।
- अक्सर सुबह या दोपहर को भोजन करने के बाद नींद सी आने लगती है।
- तब हमें अवश्य 15 से 20 मिनट के लिए बाई करवट सोना चाहिए।
दोपहर के भोजन के बाद नींद क्यों आती है ?
- असल में दोपहर का भोजन करने के बाद हमारे शरीर में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
- इस समय हमारे सारे आंतरिक अंग भोजन को पचाने में लगे रहते हैं, इसलिए शरीर में सुस्ती महसूस होती है।
- और नींद आने लगती है, यह स्थिति लगभग 20 मिनट तक बनी रहती है ।
- अतः इस समय यदि हम 20 मिनट के लिए झपकी लेते हैं या नींद लेते हैं तो हम भोजन को पचाने में शरीर की मदद करते हैं।
- और तब भोजन का संपूर्ण रस हमें प्राप्त होता है जिससे हमारा शरीर फुर्तीला और बलवान होता है।
बाई करवट क्यों सोना चाहिए ?
- पेट के बाएं हिस्से में हमारा लीवर होता है । जब हम भोजन करते हैं तब हमारा भोजन लीवर में पहुंचता है ।
- बाईं करवट सोने से हमारा लीवर नीचे की तरफ रहता है जिससे उसे भोजन पचाने में आसानी होती है।
- किंतु दाईं करवट सोने पर हमारा लीवर ऊपर हो जाता है।
- जिससे भोजन वापस आहार नलिका से होते हुए उपर की ओर आने लगता है ।
- और पाचन में असुविधा होती है ,भोजन नहीं पच पाता।
- इसीलिए भोजन करने के 15-20 मिनट तक बाई करवट लेटने के लिए आयुर्वेद में कहा गया है।
शाम के भोजन के बाद क्या करें ?
- यह बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है क्योंकि शाम के भोजन के बाद कभी भी नहीं सोना चाहिए।
- शाम को या रात को भोजन करने के कम से कम 2 से 3 घंटे के बाद ही सोना चाहिए।
- शाम के भोजन के बाद 15-20 मिनट टहलना चाहिए या वज्रासन पर बैठना चाहिए।
- आयुर्वेद में बताया गया है की वज्रासन करने से शरीर वज्र के समान मजबूत हो जाता है।
इस प्रकार आप भोजन के बाद अपनाए गए मात्र एक नियम से सैकड़ों बीमारियों से मुक्त होकर शरीर को पुष्ट और मजबूत बना सकते हैं। स्वास्थ्य के नियमों से संबंधित जानकारी हम सभी को होने अवश्य चाहिए। अतः हमारा प्रयास रहता है कि अधिक से अधिक लोगों को संबंधित जानकारी प्रदान करें।
नोट- वेबसाइट पर बताई गई समस्त जानकारी विभिन्न अध्ययन और अनुभव के आधार पर बताई जाती हैं । अतः इसके प्रयोग से पूर्व सम्बन्धित विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।
ऐसी ही छोटी किंतु महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहें आपकी अपनी वेबसाइट
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