नमस्कार दोस्तों ! दूध की तरह दही भी सभी घरों में उपयोग किया जाता है । लेकिन दही खाने का सही तरीका नहीं मालूम होने के कारण इसका उपयोग गलत ढंग से करने पर फायदे की जगह बहुत से नुकसान होते हैं । आज के आर्टिकल में आपको दही खाने का सही तरीका व इसके फायदे के संबंध में जानकारी प्राप्त होगी। अतः इसे अंत तक अवश्य पढ़ें ।
दही पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें इलेक्ट्रोपेसिलस नामक बैक्टीरिया पाए जाते हैं। जो पेट के अंदर के कीड़ों को खा जाते हैं। किंतु यह तब होता है जब हम खाली पेट दही खाते हैं। आइए जानते हैं दही खाने के फायदे
दही खाने का सही तरीका व फायदे !
- सबसे ज्यादा बैक्टीरिया हमारे पेट में सुबह के समय होते हैं जब हम सो कर उठते हैं।
- अतः फ्रेश होने और योग करने के बाद जो व्यक्ति स्वस्थ हैं उन्हें खाली पेट दही खाना चाहिए।
- खाली पेट खाने से यह पेट के कीड़ों को खत्म कर देता है।
- वही भोजन के साथ खाने पर यह पोषण का काम करता है।
- जो दही गाढ़ी होती है, अर्थात टुकड़ों में जमी हुई होती है उसकी तासीर गरम होती है ।
- और जब तक उसे हम फेंटते नहीं तब तक पर ठंडी नहीं होती ।
- अतः गर्म तासीर वालों को टुकड़े में जमी हुई दही नहीं खानी चाहिए ।
- दही के पानी में सबसे ज्यादा कैलोरी होती है अतः दही का पानी सहित दही को खाना चाहिए ।
- दही में सेंधा नमक मिलाकर खाने से गैस वायु और बदहजमी दूर होती है।
- वहीं इसे शक्कर के साथ खाने पर यह शरीर की गर्मी और एसिडिटी को शांत करता है।
दही किसे व कब नहीं खाना चाहिए !
- दही की तासीर ठंडी होती है । अतः इसे वात और कफ रोगियों को कम मात्रा में खाना चाहिए।
- जिन्हें घुटनों में दर्द होता हो वे कभी-कभार सोंठ मिलाकर दही को खा सकते हैं ।
- किन्तु उसके बाद भी दर्द हो तो घुटना दर्द वाले दही का सेवन ना करें।
- दही को दाल के साथ नहीं खाना चाहिए क्योंकि दाल और दही दोनों में प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है।
- जो देर से पचता है , इसीलिए जिनकी पाचन अग्नि मंद होती है उन्हें दाल व दही साथ में नहीं खाना चाहिए ।
- सूर्यास्त के बाद कभी भी दही नहीं खाना चाहिए।
- बरसात के दिनों में भूलकर भी दही का सेवन ना करें।
- खीरा और दही का रायता सभी लोग बहुत पसंद करते हैं
- किंतु आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की खीरा का रायता कभी भी नहीं खाना चाहिए।
- इससे टॉक्सिंस बनते हैं जो बहुत सी बीमारियों का कारण होते हैं।
- इसके अलावा दही में प्याज, टमाटर ,लौकी आदि दूसरी सब्जियां डालकर खाई जा सकती हैं।
- दही में पकोड़े या उड़द के बड़े या बेसन की बूंदी डालकर कभी भी नहीं खाना ।
- जो लोग मांसाहारी हैं उन्हें मांस के साथ दही कभी नहीं खाना चाहिए।
- सर्दी, खांसी, दमा या शरीर के किसी भाग में सूजन होने पर दही का सेवन ना करें।
अंत में ,
दही को खाने का सही तरीका, इस से होने वाले फायदे व नुकसान के बारे में प्रस्तुत की गई जानकारी आपके लिए अवश्य लाभदायक होगी। यह सभी बातें हमारे घर के बड़े बुजुर्ग हमें बताते हैं किंतु उसे हम नजरअंदाज कर देते हैं। अतः आयुर्वेद अपनाएं और रोग को भगाएं । ऐसी छोटी किंतु महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहे आपकी अपनी वेबसाइट
नोट- इस वेबसाइट पर दी गई समस्त जानकारी अध्ययन एवं अनुभव के आधार पर बताई जाती हैं अतः इसके प्रयोग से पहले संबंधित विशेषज्ञ से अवश्य सलाह लें ।
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