आयुर्वेद में नीम का महत्व है। नीम के पेड़ का प्रत्येक अंग बहुत उपयोगी होता है। उसीमें एक है नीम की दातुन। आज हम नीम की दातुन करने के फायदे जानेंगे। टूथपेस्ट का इतिहास मात्र 500 वर्ष पूर्व का है। इसके पूर्व भारत में दातुन का ही चलन था। सबसे पहले चीन ने ही टूथपेस्ट की शुरुवात की थी।
तब से लेकर आज तक विभिन्न टूथपेस्ट बनते चले गए। एक शोध के मुताबिक लोगों का कहना है कि हमारे दिन की शुरुआत टूथपेस्ट के बिना हो ही नही सकती। किन्तु आज समय के साथ बदली हुई परिस्थितियों (कोरोना महामारी) ने पुनः दातुन की याद दिला दी है। दातुन अनेक वृक्षों की टहनी से की जा सकती है। किंतु नीम के दातुन का आयुर्वेद जगत में बहुत महत्व है।
आइये देखते हैं नीम की दातुन के क्या क्या फायदे होते हैं।
मुँह की बदबू को दूर करती है!
- नीम की दातुन मुँह से आने वाली बदबू को दूर करती है।
- लहसुन, प्याज, खाने से आने वाली बदबू को दातुन से दूर किया जा सकता है।
- इसके अलावा मांसाहार के सेवन से मुँह से आने वाली बदबू को भी दातुन से दूर किया जा सकता है।
- नीम के दातुन बहुत ही चमत्कारी होते हैं। इसका स्वाद जरूर कड़वा होता है।
मुँह के छालों और पस के लिए भी नीम दातुन उपयोगी है !
- पेट की खराबी या अपचन से मुँह में छाले हो जाते हैं, जिसमे नीम की दातुन अत्यंत उपयोगी है।
- दातुन करते समय नीम का कड़वा रस मुँह के छालों में लगने से छाले मुरझाने लगते है।और पस सूख जाता है।
- यही नीम का रस दातुन करते समय हमारे पेट मे चला जाता है जिससे पेट के कीड़े मर जाते हैं।
- और पाचनसंस्थान ठीक हो जाता है तथा कब्ज और अपच की समस्या भी दूर हो जाती है।
नीम दातुन दांतों में कीड़ों से बचाव करती है !
- दांतो में अन्न कण फंसे होने से व मीठा चिपके होने से उनमें कीड़े लग जाते हैं।
- किन्तु नीम की दातुन करने के ये फायदे हैं कि इसका कड़वा रस एक कवर के रूप में दांतों में लगा रहता है।
- यह कड़वा रस कीड़ों की जान का दुश्मन है। अक्सर रात में सोते समय ही कीड़ों का अटैक दांतों में होता है।
- क्योंकि दिनभर कुछ न कुछ खाते रहने व पानी पीने से ये कीड़े मुँह में नहीं टिक पाते।
- किन्तु रात में खाने के बाद यदि दांतों की सफाई न की जाए तो ये कीटाणु रात में पनपते हैं।
- इसलिए रात में भोजन के बाद, सोने के पहले नीम दातुन करने से ये कीड़े मर जाते हैं।
- क्योंकि नीम का कड़वा रस हमारे दांतों, मसूड़ों, गले व पेट मे एक सुरक्षाकवच बनाकर कीड़ों से हमारा बचाव करता है।
दांतों के दर्द व पीलापन को नीम दातुन दूर करती है!
- दांतों की सही ढंग से सफाई न रखने व ज्यादा मीठा खाने से दांतो में पीलापन आ जाता है।
- अधिक ठंडा व गर्म खाने पीने से भी दांतो को बहुत नुकसान होता है।
- जिससे दांतों में सेंसिटिविटी व दर्द की समस्या हो जाती है। नीम के दातुन मात्र करने से ये सब समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- मसूड़े स्वस्थ व मजबूत हो जाते हैं जिससे दांत भी मजबूत होने लगते हैं। मुँह के रोगों के लिए तो यह रामबाण उपाय है।
नीम के दातुन से चेहरा सुडौल होकर झुर्रियां मिटती हैं !
- कम से कम 5 मिनट तक अवश्य ही नीम की दातुन चबानी चाहिए।
- इस तरह चबाने से जबड़ों की एक्सरसाइज होती है और जबड़े मजबूत होते हैं।
- गालों की हड्डी (चीक बोन) सुड़ौल होती है।
- चेहरे की स्किन भी दातुन करने से खिंचती व सिकुड़ती है जिससे चेहरे में टाइटनेस बनी रहती है।
- नीम का नैसर्गिक गुण रक्त (ब्लड) को शुद्ध करना है। जिससे हमारी स्किन चमकदार हो जाती है।
- चेहरे से झुर्रियां गायब हो जाती है व स्किन (त्वचा) बेदाग, कील-मुंहासे रहित होकर चमकदार हो जाती है।
नीम दातुन करने से धन बढ़ता है !
- जी हाँ ! नीम दातुन करने से धन बढ़ता है। क्योंकि समृध्दिशाली व्यक्ति की पहचान उसके स्वस्थ मसूड़े व चमकदार दांत होते हैं।
- शायद यह इसलिए भी कहते हैं कि एकमात्र नीम के प्रयोग से बहुत से मुखरोग नष्ट हो जाते हैं,
- या होते ही नहीं हैं। जिससे दवाइयों का खर्च बंद हो जाता है।
- दूसरा चेहरे को सुड़ौल बनाने के लिए कितने सारे ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना पड़ता है।
- सक्षम व्यक्ति तो चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी तक कराते हैं, जिसमे भी व्यर्थ में धन खर्च होता है।
- कितने ही प्रोडक्ट चेहरे की झुर्रियां मिटाने व चेहरे में चमक लाने के लिए उपयोग किये जाते हैं जिसका वास्तविक फायदा कुछ नहीं होता।
- किन्तु द्वार पर या गली मोहल्ले में लगा एक नीम का पेड़ आपके धन को व्यर्थ खर्च होने से रोकता है।
- जिससे आपके धन में बरकत आती है।अच्छा स्वास्थ्य धन को आकर्षित करता है।
- धन को कमाना ही धन को बढ़ाने का एकमात्र साधन नही है बल्कि धन के फिजूलखर्च को रोकना भी धन को बढ़ाना है।
नीम से दातुन कैसे करें !
- आइये जानते हैं नीम की दातुन कैसे करें ।
- इसके लिए नीम की छोटी व मुलायम टहनियों को लें जो अच्छी तरह चबाई जा सकें।
- अब सुबह पानी पीकर फ्रेश होने के बाद दातुन चबाएं। इसे धीरे धीरे अच्छी तरह चबाएं।
- चबाते हुए नीम का थोड़ा रस गले में जाने दें। क्योंकि रात भर में गले मे कफ जमा हो जाता है।
- नीम का कषाय व तिक्त (कड़वा) रस गले मे जाकर उस कफ को बाहर निकाल देता है।
- और उल्टी होकर सारा कफ बाहर कर देता है, जो मोटापे से लेकर कई अन्य कफजनित रोगों का जन्मदाता है।
- इसी प्रकार रात में सोने के पूर्व भोजन करने के बाद भी इसी प्रकार नीम की दातुन करनी चाहिए।
- किन्तु यह जरूर ध्यान रखें कि रात में नीम दातुन का रस गले मे न जाने दे अन्यथा उल्टी हो सकती है।
अंत में !
- इतने सारे नीम के फायदे जानने के बाद अब आप जरूर इसे अपनाना चाहेंगे।
- कम से कम 15 दिन इसका सेवन करें तो आप अपने आप सुड़ौल, सुंदर व स्वस्थ चेहरे के मालिक बन जाएंगे।
- स्वस्थ व छरहरी काया फ्री गिफ्ट बतौर मिल जाएगी। शरीर से सैकड़ों रोगों की छुट्टी हो जाएगी।
- अपने संस्कृति व परम्पराओं को पुर्नजीवित करें, व सुखी स्वस्थ व समृध्दिशाली जीवन पाएं।
- जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने मित्रों को भेजकर उन्हें भी इस ओर प्रेरित करें। देखते रहें हमारी साइट !
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