जानिए आईना लगाने का सही तरीका ; कैसा आईना विनाशकारी होता है ? आईना लगाने की सही दिशा क्या है ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर इस लेख के माध्यम से आप प्राप्त करेंगे
किसी शायर ने कहा है ;
“आइना कुछ नहीं नजर का धोखा है ,
नजर वही आता है जो दिल में होता है!
यानी कि दर्पण जिसमें सब कुछ साफ साफ दिखाई दे। जी हाँ यही आईना की विशेषता भी है। तो आइए जानते हैं कि ;
आईना लगाने की सही दिशा क्या है !
वास्तु शास्त्र में कुछ नियम हैं जिनका पालन करने पर आईना सुख समृद्धि दायक हो जाता है।
- आईना हमेशा घर केेे उत्तर या पूर्व् दिशा की दीवार में लगाना चाहिए।
- उत्तर दिशा धन की दिशा होती है जिसके स्वामी कुबेर हैं ।
- वहीं पूर्व दिशा ज्ञान की और उन्नति की दिशा मानी गई है जिसके स्वामी सूर्य हैं।
- इसी तरह सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम की ओर होता है।
- उत्तर और पूर्व में आईना होने से दक्षिण और पश्चिम से आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को आईना परावर्तित करके दूसरी ओर लौटा देता है।
- आईना हमेशा साफ-सुथरा और बेदाग होना चाहिए।
- सुबह सबसे पहले नहाने के बाद हम अपनी सकारात्मक ऊर्जा के साथ जब आईने में स्वयं को देखते हैं ,
- तो हमारी आंखों के जरिए आईने के प्रतिबिंब से वही सकारात्मक एनर्जी वापस हमें दुगनी हो कर प्राप्त होती है।
- वहीं यदि आईने में दाग धब्बे लगे हुए हो या दरारें पड़ी हो तो ऐसे में हमारा प्रतिबिंब भी दाग धब्बों से ,
- और दरारों से लगा हुआ दूषित प्रतिबिंब हमारी आंखों में समा कर हमें नकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
- किंतु सही दिशा में लगा हुआ आईना हमें धन समृद्धि और ज्ञान प्रदान करके स्वास्थ्य और उन्नति दिलाता है।
आईना लगाने का सही तरीका क्या है !
आईना लगाने का उद्देश्य मात्र स्वयं को निहारना ही नहीं अपितु अशुभ ऊर्जा का मार्ग बदलने के लिए भी इसे लगाया जाता है।
अन्यथा शुभफलदायी आईना भी आपके परिवार के लिए विनाशकारी हो सकता है।
- घर में या ऑफिस में लगाए जाने वाले आईना नुकीले और तेज धार वाले नहीं होने चाहिए।
- घर के द्वार के सामने से सड़क आती हो तो उसे द्वार भेद कहते हैं द्वारभेद होने पर द्वार पर पाक्वा दर्पण लगाना चाहिए।
- आईना में हमेशा कोई शुभ वस्तु झलकती रहनी चाहिए इससे सुख सौभाग्य में वृद्धि होती है।
- अंधेरे स्थान में गोल आईना लगाना चाहिए। घर के किसी छोटे स्थान में आईना रखना शुभ फल देता है।
- आईना जितना बड़ा और हल्का होता है वह उतना ही शुभ माना जाता है।
- इसे कभी भी ना तो ज्यादा ऊंचा और ना ही ज्यादा नीचा लगाना चाहिए।
- घर में जो व्यक्ति सबसे ऊंचा हो आईना हमेशा उसके सिर से थोड़ा ऊपर रहना चाहिए ।
- ताकि सीधे खड़े होने पर आईने में व्यक्ति का प्रतिबिंब सिर कटा हुआ ना दिखाई दे।
- अष्टकोणीय आईना बहुत ही शुभ माना जाता है। तिजोरी के सामने व डाइनिंग पर लगा आईना धन व स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
- कभी भी टूटा हुआ है ना घर में नहीं रखना चाहिए ना ही टूटे आईने में कभी भी अपनी छवि देखना चाहिए।
निष्कर्षतः !
आईने सेे संबंधित इस रोचक आर्टिकल में आपने आईना लगाने का सही तरीका और आईना लगाने की सही दिशा जानी है।
बातें बहुत छोटी है लेकिन इनके परिणाम बड़े गंभीर निकलते हैं। इसका सीधा असर हमारी हेल्थ वेल्थ और लाइफस्टाइल पर देखने को मिलता है।
वास्तु शास्त्र दिशाओं का शास्त्र है इसका सही इस्तेमाल करके हम अपने जीवन में सुख शांति समृद्धि और उन्नति पा सकते हैं।
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