गंगा जल के फायदे ! गृह क्लेश निवारण का उपाय जाने । करे सभी कष्टों का निवारण ! गंगा जी देवनदी है। यह मोक्षदायिनी है। जहां गंगाजल होता है वहां देवताओं का निवास होता है। गंगाजल की उपस्थिति मात्र से घर से पहुंची नकारात्मकता दूर हो जाती है। गंगाजल के अनेकों फायदे हैं इस के स्पर्श से सभी रोग दूर हो जाते हैं। पुराने मान्यता अनुसार गंगा घाट पर मृत्यु से मुक्ति मिलती है। पवित्र नदी गंगा को गंगा मां और गंगा देवी कहा जाता है।
तथा सुबह शाम इनकी आरती की जाती है। लोग गंगा जी से भर भर कर गंगाजल अपने घरों में लाकर रखते हैं किंतु उसके फायदे के बारे में नहीं जानते। केवल पूजा पाठ में दो बूंद गंगा जल जल में मिलाकर पूजा करने के अलावा। आज हम आपको गंगाजल के अद्भुत चमत्कारी फायदे बताएंगे जिनसे आप अपने जीवन के सभी कष्टों का निवारण कर सकेंगे। गंगा जी की आरती भी प्रतिदिन घर में की जानी चाहिए गंगा मैया की आरती भी आपको बताएंगे अतः अंत तक अवश्य पढ़ें।
गंगाजल के फायदे ! Benefits of Gangajal.
- लगभग प्रत्येक घरों में गंगाजल रहता ही है।
- किंतु इसका उपयोग महज पूजा-पाठ के अलावा और किसी कार्य में नहीं किया जाता ।
- जबकि गंगाजल में अद्भुत चमत्कारिक शक्ति होती है।
- इससे सभी प्रकार के कष्टों का निवारण आसानी से किया जा सकता है।
- यह व्यक्ति की मानसिक दशा को भी सुधारने में सक्षम है। यह विषाणु नाशक है ,तथा त्वचा रोग को ठीक करता है।
- यह जठराग्नि को बढ़ाता है तथा पाचन तंत्र को मजबूत करता है।
- गंगा मैया का जल कभी भी दूषित नहीं होता ।
- आज तक भी इतनी गंदगी गंगा जी में बहाने के बावजूद भी गंगा जी वैसे ही शुद्ध और पवित्र हैं।
- इसमें हानिकारक बैक्टीरिया और कीटाणु अपने आप मर जाते हैं और गंगा जल शुद्ध बना रहता है।
- इसके पानी में उपस्थित वायरस इस में गंदगी को नहीं पनपने देते हैं।
- यह सचमुच एक चमत्कारिक जल है जिसके पीने और अन्य उपयोग से हम घर को शुद्ध करते हैं।
- और सारे रोग दोष से मुक्ति पा सकते हैं।
गंगा जल के घर में छिड़काव से फायदे ! Benefits of sprinkling Gangajal in the house!
- विषाणु नाशक गंगाजल में अद्भुत चमत्कारिक शक्ति है।
- यदि घर में नकारात्मकता का वास है तो इसके छिड़काव से नकारात्मकता दूर हो जाती है।
- सोते समय बुरे सपने आने पर गंगाजल का छिड़काव बिस्तर पर करके सोने से यह समस्या दूर होती है।
- मन में हमेशा बुरे विचार चलते हो तो एक बूंद गंगाजल पीने के पानी में डालकर नियमित पीने से ,
- मन शुद्ध और शांत हो जाता है ।
- बच्चों को नजर लगने की स्थिति में गंगा जल छिड़कने से बुरी नजर का प्रभाव समाप्त हो जाता है।
- त्वचा रोग होने की स्थिति में उस स्थान पर गंगाजल लगाने से तथा प्रतिदिन गंगाजल पीने से फायदा होता है ।
- गंगाजल पाचन तंत्र के लिए भी बहुत ही फायदेमंद होता है।
- अनेक शोधों से पता चलता है कि गंगाजल से जठराग्नि मजबूत होती है तथा पाचन संबंधी समस्त रोग दूर होते हैं।
- गंगाजल को गंगा जली में भरकर रसोई या पूजा कक्ष के उत्तर-पूर्वी कोने पर अर्थात ईशान कोण में रखने से ,
- बहुत लाभ होता है तथा घर में धन लक्ष्मी की वर्षा होने लगती है।
- घर में प्रतिदिन गंगाजल से छिड़काव अवश्य करना चाहिए इससे ग्रह क्लेश से मुक्ति मिलती है।
- किसी भी शुभ काम में जाने से पूर्व गंगाजल का स्पर्श करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
- गंगाजल का स्पर्श सभी दोषों से मुक्त करता है ।
- अतः प्रतिदिन किसी न किसी रूप में गंगाजल का स्पर्श अवश्य करना चाहिए ।
गंगा जल के अन्य फायदे! Other benefits of Gangajal.
- देव नदी गंगा जी के अनेक फायदे हैं। इसे कभी भी गर्म नहीं करना चाहिए।
- इससे तन मन शुद्धि के अलावा भी सभी पीड़ा दूर हो जाती हैं और व्यक्ति समृद्धि वान होता है।
- इसके सेवन और छिड़काव से घर में हो रहे तनाव और पति पत्नी के झगड़े समाप्त होते हैं।
- गंगा जी का जहां निवास होता है वहां सभी प्रकार के देवता विराजते हैं ।
- अतः गंगाजल अवश्य घर में रखना चाहिए और इसका स्पर्श भी करते रहना चाहिए।
- इसके स्पर्श मात्र से सद्गुणों का विकास होता है। तथा यह सभी सकारात्मक चीजों को अपनी ओर खींचता है।
- जहां भी गंगाजल होता है वहां सभी प्रकार के ऐश्वर्य अपने आप उपलब्ध होने लगते हैं।
- गंगाजल को कभी भी प्लास्टिक के बर्तन में नहीं रखना चाहिए।
- हमेशा सोने, चांदी, तांबे या कांसे के बर्तन में पूजा कक्ष में गंगाजल रखना चाहिए ।
- तथा इसकी नियमित पूजन व आरती भी की जानी चाहिए।
गंगा मैया की आरती !Aarti of Ganga Maiya!
- आरती एक प्रकार की स्तुति गान होती है अतः गंगा मैया की स्तुति गाने या आरती करने की अपने ही फायदे हैं।
- इससे घर में सकारात्मक माहौल उत्पन्न होता है तथा घर के सदस्य सद्गुणी और निरोगी होते हैं।
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता ॥
चंद्र सी जोत तुम्हारी,
जल निर्मल आता ।
शरण पडें जो तेरी,
सो नर तर जाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
पुत्र सगर के तारे,
सब जग को ज्ञाता ।
कृपा दृष्टि तुम्हारी,
त्रिभुवन सुख दाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
एक ही बार जो तेरी,
शारणागति आता ।
यम की त्रास मिटा कर,
परमगति पाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
आरती मात तुम्हारी,
जो जन नित्य गाता ।
दास वही सहज में,
मुक्त्ति को पाता ॥
॥ ॐ जय गंगे माता..॥
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता ॥ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ।
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जय गंगे…🙏✨✨
धन्यवाद🙏