खांसी का रामबाण इलाज : डाइट प्लान व दवाई खाने का तरीका !! Total Post View :- 1303

खांसी का रामबाण इलाज : डाइट प्लान व दवाई खाने का तरीका !!

नमस्कार दोस्तों !! खांसी का रामबाण इलाज डाइट प्लान व दवाई खाने का तरीका जानकर आप पुरानी से पुरानी खांसी को भी खत्म कर सकते हैं। दरअसल खांसी को लोग हल्के में लेते हैं। जबकि यह एक बहुत भयंकर कफ रोग कहलाता है। सामान्यतः यह ठीक भी जल्दी होता है । किंतु असावधानी और गलत ढंग से उपचार करने के कारण यह अंदर ही अंदर बढ़ता रहता है।

अक्सर हम खांसी के लिए तरह-तरह के सिरप और दवाइयां लेते रहते हैं । लेकिन फिर भी खांसी है कि रुकने का नाम ही नहीं लेती? यह रात में ही ज्यादा क्यों परेशान करती है? गरम-गरम दवाइयां लेने के बाद भी क्यों नहीं ठीक होती है? ऐसे बहुत से प्रश्नों के उत्तर आपको यही मिलने वाले हैं।

यदि इस पोस्ट को आपने ध्यान से पढ़ लिया तो समझ ले कि आप अपनी खांसी की मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए तैयार हो चुके हैं । यदि आप सभी तरह का होम्योपैथिक और एलोपैथिक व आयुर्वेदिक इलाज करा कर थक चुके हैं । तो अब आयुर्वेद की चिकित्सा पद्धति को ध्यान से समझ लें। यह आपके लिए बहुत उपयोगी है । अतः इसे अंत तक ध्यान से पढ़ें।

खांसी क्या है और यह कब ज्यादा परेशान करती है! खांसी का रामबाण इलाज

  • यह अक्सर सूर्य ढलने के बाद और सूर्य निकलने के पहले अर्थात
  • सुबह और रात में अधिक परेशान करता है। खांसी एक कफ रोग है।
  • कफ रोग पानी से संबंधित होते हैं अर्थात शरीर में पानी अधिक इकट्ठा हो जाने पर दमा, अस्थमा, नजला, जुकाम,
  • सर्दी खांसी यहां तक की फैट भी कफ के कारण ही बढ़ता है।
  • अतः कफ जनित रोग होने अर्थात खांसी होने पर सबसे पहला बचाव पानी से होना चाहिए।
  • खांसी दो तरह की होती है पहली कफ खांसी और दूसरी सूखी खांसी।
  • कफ खांसी में गले में कफ निकलता रहता है और नाक भी बहती है।
  • जबकि सूखी खांसी में केवल गले में खुजली सी होकर बहुत खांसी आती है।
  • खांसी किसी भी तरह की हो बहुत कष्टदायक होती है वह मेरा अतः इसका शीघ्र इलाज किया जाना चाहिए।

खांसी या कफ रोग में क्या नहीं खाना चाहिए?

  • कफ या खांसी होने पर सबसे पहले तीन चीजों पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
  • क्योंकि कफ या खांसी पानी से संबंधित होती हैं। खांसी में तीन चीजें बिल्कुल भी नहीं करनी चाहिए
  • 1- जल तत्व से संबंधित वस्तुओं जैसे नारियल पानी, गन्ने का रस, दूध, दही व
  • दूध से बने प्रोडक्ट नहीं खाने चाहिए। और पानी भी गर्म करके ही पीना चाहिए ।
  • ठंड व बरसात के मौसम में स्वयं को गर्म रखें और जल तत्व से स्वयं को बचा कर रखना चाहिए।
  • 2- ठंडी चीजों से परहेज करें जो चीजें ठंडी हो और जिन की तासीर भी ठंडी हो ऐसी चीजों को ना खाएं।
  • जैसे तरबूज आइसक्रीम चावल दही जो कोर्स बिल्कुल भी ना खाएं । यह कफ को बढ़ाते हैं।
  • 3 – भारी चीजें ना खाएं कफ होने या खांसी होने पर भूख लगना बंद हो जाती है। ऐसे में भारी चीजें ना खाएं।
  • भारी चीजों में दो तरह की चीजे आती हैं एक तो वजन में और दूसरा पाचन में भारी।
  • वजन में भारी जैसे जिमीकंद (सूरन), आलू आदि चीजें, दूसरा पचने में भारी ड्राई फ्रूट्स मैदे से बने प्रोडक्ट आदि।
  • अतः सभी ठंडी, भारी और जलयुक्त चीजों का परहेज करना चाहिए।
  • जैसे सब्जियां भी मूली, लौकी, खीरा, केला, दही, चावल, आलू आदि बहुत सी ठंडी तासीर की चीजें हैं ।
  • जिन्हें अपने विवेक से खांसी के समय तुरंत बंद कर देना चाहिए ।
  • चावल भी कफ कारक होता है और यह कफ को बहुत बढ़ाता है अतः इसे तुरन्त बंद कर दें।
  • इस प्रकार कब होने पर सबसे पहले कफ बढ़ाने वाली चीजों को अपने भोजन से और दिनचर्या से अलग कर दें।
  • आधी बीमारी तो केवल परहेज करने से ही दूर हो जाती है।

खांसी का करें डाइट प्लान (रामबाण इलाज)

  • खांसी की चिकित्सा में सबसे पहले अपनी डाइट पर नियंत्रण करना होता है।
  • रात को तांबे के बर्तन में पानी एक से डेढ़ गिलास रख दें, सुबह तांबे के बर्तन में ही गर्म करके
  • इस पानी को कांच के गिलास में डालकर पी लें और उसके बाद टहले प्राणायाम करें।
  • फ्रेश होने के बाद बेसन, टमाटर, अदरक का चीला बनाकर हरी, मिर्च नींबू की चटनी के साथ खाएं।
  • बेसन कफ को पिघलाता है।
  • और हरी मिर्च और नींबू भी कफ को दूर करते हैं ।
  • दूसरा दलिया को सब्जियां डालकर पुलाव बना कर खाएं जिसमें लौंग काली मिर्च तेल सफेद तिल और
  • तेजपात आदि डालकर बनाएं। इसे अपने भोजन में शामिल करें ।
  • मिस्सी रोटी खाएं । बेसन सिंघाड़े का आटा आदि अन्य आटा मिलाकर अदरक लहसुन मेथी प्याज टमाटर
  • मिलाकर रोटी बनाएं और टमाटर के सूप के साथ ऐसे खाएं।
  • रात में सोते समय बेसन का शीरा बनाए। इसके लिए घी में बेसन को भून कर दूध डालकर उबाल कर शीरा बना ले ।
  • यह कफ को सुखाता है।
  • सेव फल, पपीता आदि को हल्का गर्म करके काली मिर्च और शहद मिलाकर खाएं।
  • आयुर्वेदिक चाय तुलसी मुलेठी का सेवन करें।
  • काले चने छिलके वाली दाल मल्टीग्रेन रोटी मौसमी सब्जियां आदि खाएं।
  • लंच में छाछ काला नमक अजवाइन और काली मिर्च मिला कर लें ।
  • सब्जियों के सूप, टमाटर ,अदरक, ब्रोकली का सूप आदि पीएं। पुराना घी बहुत फायदा करता है ।
  • रात में पतली दाल या रोटी खाएं इस तरह भोजन में उपरोक्त चीजों को शामिल करें।
  • अन्य चीजों को कुछ दिनों के लिए बंद कर दें जब तक खांसी ठीक ना होती हो।
  • कफ के रोगियों को नया अनाज बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। तथा पुराना अनाज खाएं।

खांसी की दवाई खाने का तरीका!

  • अन्य रोगों की तरह खांसी की दवाइयां नहीं खाई जाती है।
  • इसीलिए किसी भी चिकित्सा पद्धति से ली गई दवाई असर नहीं करती।
  • खांसी की दवाई हमेशा चाट कर या चूस कर खाई जाती है।
  • क्योंकि इसका असर गले से और मुख से होना प्रारंभ होता है।
  • यह गर्म दवाइयाँ होती हैं जिससे यह गले के कफ को पिघलाती हैं।
  • यदि एकदम से दवाई पेट में डाली जाए तो यह पेट की गर्मी बढ़ाती है और एसिडिटी उत्पन्न होती है।
  • तथा खांसी में भी कोई आराम नहीं होता। इसीलिए कभी भी खांसी की दवाई गोली मुंह में चूस कर और सिरप
  • कटोरी में लेकर उंगली से चाट कर थोड़ा-थोड़ा पीना चाहिए।
  • खांसी की दवाई लेने के एक घण्टे बाद तक पानी नहीं पीना चाहिए।
  • खांसी की दवाई खाने के पहले गर्म पानी पीकर गले को अच्छी तरह साफ कर लिया जाता है।
  • उसके बाद ही दवाई चाटनी या चूसनी चाहिए । इस प्रकार दवाई लेने से खांसी में तुरंत आराम मिलने लगता है।

खांसी का रामबाण इलाज!

  • यह बात हमेशा ध्यान रखें कि खांसी में कफ की प्रधानता होती है।
  • अतः इसका इलाज भी कफ को काटना ही होता है।
  • कफ को काटने के लिए गर्म दवाइयों वह चीजों का सेवन करना चाहिए।
  • खांसी की दवाई हमेशा दिन में तीन चार बार लेनी चाहिए।
  • सूखी खांसी होने पर काली मिर्च को चकला बेलन पर टुकड़े करके थोड़े से घी में तलकर निकाल लें ।
  • और इसे मुंह में रखकर चूसने से सूखी खांस ठीक हो जाती है।
  • इसी प्रकार गीली खांसी या कफ सहित खांसी में सादी काली मिर्च को चकला बेलन में तोड़कर
  • मुंह में रखकर चूसते रहने से आराम मिलता है। इस तरह दोनों समय भोजन करने के 1 घंटे बाद
  • एक गिलास गरम पानी पीने के बाद काली मिर्च का यह प्रयोग करना चाहिए।
  • पानी में मुलेठी उबालकर गरम गरम पानी पीना चाहिए। लवंगादि वटी खांसी के लिए बहुत उपयुक्त होती है।
  • घर पर ही सिरप बनाएं । जिसके लिए 5 पत्ते तुलसी को या तुलसी का रस एक चम्मच, आधा पौन चम्मच अदरक का
  • रस और एक चम्मच शहद तथा गिलोय का एक चम्मच रस मिक्स करके इससे उंगली से धीरे-धीरे चाटे।
  • खाना खाने के बाद सुबह व शाम सूर्यास्त के बाद चाटें तथा 1 घंटे तक बिल्कुल भी कुछ भी ना खाए ना पिएं।
  • ताकि गले में यह रस लगा रहे। विटामिन सी की एक एक गोली सुबह शाम अवश्य खाएं ।

आवश्यक जानकारी !

  • अक्सर एक गलती सभी लोग करते हैं कि खांसी आने पर सुबह उठते साथ ही खांसी का सिरप या दवाई खाते हैं।
  • इस बात का ध्यान रखें कि खांसी की दवाई कभी भी खाली पेट नहीं लेनी चाहिए ।
  • क्योंकि यह गर्म होती है और जो पेट में जाकर पित्त को बढ़ाती है।

इस प्रकार उपरोक्त सावधानीपूर्वक खांसी की चिकित्सा करने पर, कितनी भी पुरानी से पुरानी खांसी क्यों न हो वह अवश्य ठीक हो जाती है। किंतु यह कोरोनावायरस का समय है, इस समय में किसी भी प्रकार के कफ इंफेक्शन आदि की सही से जांच कराने के पश्चात ही कोई उपाय करें।

खांसी का रामबाण इलाज से संबंधित जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रों और परिजनों को भी अवश्य शेयर करें। ताकि सभी इसका लाभ उठा सकें।

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