मोटापा से छुटकारा कैसे पाएं , इसे दूर करने का कोई न कोई उपाय ढूंढते रहते हैं। तो अवश्य अपनायें आयुर्वेद की हेल्दी दिनचर्या । इसमें बताए गए उपाय उन्हीं लोगों के लिए है जिनका वजन 10- 20 किलो से ज्यादा बढ़ गया है। चार पांच किलो तक बढ़ा हुआ वजन वाले इस प्रयोग को ना करें।
मोटापा एक आम समस्या हो गई है ।जिसके चलते अनेक बीमारियां शरीर को घेर लेती हैं । और हमारा जीवन कष्ट पूर्ण हो जाता है। यह किसी को भी पसंद नहीं है किंतु अनेक उपाय करने के बाद भी इससे छुटकारा पाना बड़ा मुश्किल हो जाता है।
आज इस आर्टिकल में हम आपको मोटापा से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक दिनचर्या बताएंगे। जिसे 15 दिन तक प्रयोग करने पर आप इसके लाभ अवश्य देख सकेंगे।
ऐसे व्यक्ति इस उपाय को ना करें !
- जिनका वजन चार पांच किलो तक ही बढ़ा हो ऐसे व्यक्ति इस उपाय को ना करें।
- जिन्हें किसी भी प्रकार की बीमारियां हो वह डॉक्टर के परामर्श के बिना इस प्रयोग को ना करें।
- ऐसे व्यक्ति जो रेगुलर कोई दवाई लेते हो वह भी इस प्रयोग को ना करें।
- गर्भवती माताएं इसे ना करें। कैंसर, हेपेटाइटिस, टाइप वन डायबिटीज वाले रोगी भी इसे ना करें।
मोटापा दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय !
1- उषः पान अवश्य करें व मोटापा से छुटकारा पाएं !
- इसके लिए सबसे पहले वजन कम करने पर ध्यान ना दें बल्कि अपना मेटाबॉलिक रेट बढ़ाने पर ध्यान दें।
- रात में तांबे के बर्तन में दो गिलास पानी लकड़ी के पटे पर रख दें।
- सुबह का पहला पानी खड़े होकर तांबे के ही गिलास में या कांच के गिलास में डालकर पिएं ।
- पानी पीने का नियम वजन के अनुसार होना चाहिए। जैसे 60 किलो वजन वाला व्यक्ति एक-डेढ़ गिलास पानी पियें।
- इसी प्रकार क्रमशः बढ़ते वजन पर पानी की मात्रा थोड़ी-थोड़ी बढ़ा दे अधिकतम दो गिलास तक पानी अवश्य पिएं।
- इस बात का ध्यान अवश्य रखें की रात भर की मुंह की लार को बिना मुंह धोए पानी के साथ ही पी जाएं।
- इस प्रकार सुबह पानी पीने को उषः पान कहा जाता है।
2- प्राणायाम व योगासन से पाएं मोटापा से छुटकारा !
- उषः पान के बाद दांतों को भींच कर पेट साफ करें । मंजन करें । जीभ को साफ करें ।
- जैसी हमारी जीभ दिखती है, वैसी ही हमारे आंतों की स्थिति होती है ।
- जीभ आँतों का आईना होती है । यदि जीभ कटी फटी है तो यह समझ ले कि आंतें भी कटी फटी हैं ।
- यदि जीभ में मैल जमा है तो ये समझ लें कि आपकी आंतों में भी उसी प्रकार मैल जमा हुआ है ।
- अतः जीभ की सफाई अवश्य करें ।
- इसके पश्चात प्राणायाम व योगासन भी करें । यह शरीर को क्रियाशील रखता है ।
- बहुत मेहनत करने की जरूरत नहीं है आराम से भी धीरे-धीरे योगासन किया जा सकता है।
- वैसे ही प्राणायाम अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, कपालभाति आदि धीरे-धीरे अवश्य करना चाहिए।
3 – सुबह की दिनचर्या : मोटापा रोकने के उपाय !
- योगासन व प्राणायाम की 15 मिनट बाद जूस पिएं ।
- जूस इस तरह बनाएं ।
- चार चम्मच आंवला का जूस + चार चम्मच एलोवेरा का जूस + आधा कप लौकी का जूस+ पांच पत्ते तुलसी+ पांच पत्ते पुदीना + काली मिर्च मिलाकर पिएं ।
- यह बहुत गर्म जूस होता है इससे बहुत पसीना भी निकलता है।
- साथ ही अंदर से चर्बी को जलाता है। ज्यादा गर्मी पड़ने पर इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ।
- जूस पीने के 15 मिनट बाद मालिश करें । यह शरीर से वात को दूर करता है।
- क्योंकि मोटापा दो तरह का होता है एक वायु से दूसरा मेद से । मालिश से यह दोनों तरह का मोटापा दूर होता है।
- मालिश के 30 मिनट बाद नाश्ता करें । नाश्ते में फल सेब, अनार, पपीता और सलाद खाएं।
- सलाद और फलों में ऊपर से नमक मिलाकर नहीं खाना चाहिए । नमक से वेट बढ़ता है।
- नाश्ते के 40 मिनट तक कुछ ना खाएं। उसके बाद चाय, हर्बल , ग्रीन टी आदि पिएं ।
- नाश्ते के एक से डेढ़ घंटे बाद पानी पिएं। नारियल पानी , नारियल की मलाई आदि भी ले सकते हैं।
- पानी पीने के 30-40 मिनट बाद पपीता , सेब, अंगूर आदि खाएं ।
- हमें भूखे नहीं रहना है । थोड़ी थोड़ी देर में कुछ अवश्य खाना है ।
- किंतु बताई हुई चीजें ही खानी चाहिए। यह सब वेट लॉस के लिए आवश्यक होता है।
4- दोपहर का भोजन : मोटापा और चर्बी कैसे घटाएं !
- भोजन का समय दोपहर 1:30 से 2:00 तक होना चाहिए। भोजन से आधे घंटे पहले सलाद खाएं ।
- सलाद में कोई भी पत्ते वाली चीज ना खाएं इससे गैस होती है।
- भोजन में बेसन में सब्जियां मिलाकर जैसे शिमला मिर्च, गाजर, बीन्स आदि मिलाकर चीला बनाकर खाएं ।
- बेसन सुपाच्य होता है और यह चर्बी को भी कम करता है।
- भुने हुए आलू को छिलके के साथ खाना भी वजन घटाता है।
- गाय का घी वजन को घटाता है अतः थोड़ी मात्रा में अवश्य गाय का घी खाएं ।
- भोजन के 10:15 मिनट बाद छाछ पीएं । यह पूरा भोजन आपके पाचन तंत्र को सही करके उसमें जमी हुई गंदगी को बाहर निकालता है ।
- तथा किडनी को भी आराम पहुंचाता है।
- दोपहर का 3:00 से 5:00 का समय बहुत ही महत्वपूर्ण होता है ।
- इस समय हमारा पेट शरीर से गंदगी को बाहर निकालने के कार्य करता है।
- इस समय एक कप या गिलास में गर्म पानी में आधा घंटा पहले डूबे हुए नींबू के टुकड़े वाला पानी (डिटॉक्स वाटर) पिएं ।
- ध्यान रखें सूर्यास्त के बाद हमें पानी नहीं पीना है।
शाम की दिनचर्या : मोटापा पेट कैसे कम करें !
- सूर्यास्त के बाद शाम को पुनः योग आसन करें।
- आंवला का जूस 4 चम्मच + एलोवेरा का जूस 4 चम्मच +अश्वगंधा के पत्तों का जूस 2 चम्मच मिलाकर पिएं।
- शाम को टमाटर का सूप मखाने डालकर पिएं। कद्दू का सूप भी पी सकते हैं।
- चिया सीड को पानी में डालकर हफ्ते में दो-तीन दिन पी सकते हैं।
- अपने आहार को रोज बदलना चाहिए।
- जैसे टमाटर का सूप या अन्य कोई सब्जी का सूप बदल बदल कर जो भी आपको पसंद हो उसे पिएं।
- इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है।
रात्रि भोजन इस प्रकार लें व मोटापा से छुटकारा पाएं !
- छिलका वाली हरी मूंग की दाल एक घंटा पहले पानी में भिगो लें उसके पश्चात उसमें लौकी डालकर पका लें।
- ताकि दाल की मात्रा कम और लौकी ज्यादा रहे ।
- कभी-कभी कई सब्जियों को मिलाकर उबली सब्जियां बनाकर उसे खाएं।
- थायराइड वाले बंद गोभी का उपयोग ना करें।
- भोजन के पश्चात 10:15 मिनट टहलें ।
- इसके 2 घंटे बाद दूध पिएं । दूध में शक्कर ना डालें ।
- इसमें शहद या बादाम रोगन डाल कर पिएं व मोटापा से छुटकारा पाएं ।
- 15 दिन तक इस प्रकार दिनचर्या करने पर आपको अवश्य लाभ होगा।
यह प्रक्रिया बिल्कुल निरापद है। किंतु विशेष सावधानी रखते हुए जिनका वजन 10 से 20 किलो 40 किलो तक ज्यादा बढ़ा हुआ है । उन्हें ही इसका उपयोग करना चाहिए। चार पांच किलो ज्यादा वजन वालों के लिए दूसरी प्रक्रिया अपनाई जाती है।
इस प्रक्रिया को अपनाना कठिन अवश्य है किंतु इसे करने पर लाभ अवश्य होता है। मोटापा से छुटकारा कैसे पाएं और इसे दूर करने के आयुर्वेदिक उपाय आपने जाने । ऐसी ही उपयोगी जानकारी के लिए देखते रहे आपकी अपनी वेबसाइट
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