How many types of mangoes in india – verieties & interesting facts आम कितने प्रकार के होते हैं – रोचक तथ्य – भारत मे आम की 1500 से भी ज्यादा वेरायटी पाईजाती है। यह हमारा राष्ट्रीय फल है। आम को फलों का राजा भी कहते हैं।
आपको भी आम जरूर पसंद होगा। भारत मे अमराई (आम का बगीचा), सड़कों के किनारे छाया देते आम के पेड़ अद्भुत आनन्द देते हैं।
गर्मियों के आते ही आम बाजारों में आने लगते हैं। इनकी मीठी मधुर खुशबू मन को ललचाने लगती है। ना जाने कितने तरह के आम भारत मे पाए जाते हैं।
कुछ तो मैंने भी आज तक नहीं देखे। रिसर्च के जरिये आम की इतनी वैरायटी पता चली तो सोचा कुछ आप से भी शेयर कर लूं।
जल्दी से आपको आम के नाम (वेरायटी) बताती हूँ जिसे जानकर आपको भी आश्चर्य होगा। तो चलिए देखते हैं – How many types of mangoes in india
Varieties Of Mango In Hindi | आम की किस्में हिंदी में
Sl. No. | आम के प्रकार (हिंदी में ) | आम के प्रकार (अंग्रेजी में) |
01. | अल्फांसो आम | Alphonso |
02. | तोतापरी आम | Totapuri |
03. | बैंगनपल्ली आम | banganpalli |
04. | दशहरी आम | Dashahari |
05. | हिमसागर आम | Himsagar |
06. | केसर आम | Kesar |
07. | लंगड़ा आम | Langada |
08. | अम्बिका आम | Ambika |
09. | मलगोवा आम | Malgova |
10. | वनराज आम | Vanraaj |
11. | सुवर्णरेखा आम | Suvernrekha |
12. | चौसा आम | Chausa |
About Mango In Hindi | आम के बारे में हिंदी में
अपनी अपनी पसंद के अनुसार सभी को कोई विशेष आम ही पसंद आता है। दरअसल यह आम ना केवल स्वाद के कारण बल्कि जिस क्षेत्र में आप रहते हैं वहां पर उपलब्धता के कारण भी आपकी पसंद में शामिल रहता है।
जैसे यूपी का दशहरी, मुंबई का अल्फांसो, दिल्ली का चौसा तो बेंगलुरु के बैंगनपल्ली आम वहां के रहने वालों के लिए सबसे बेहतरीन पसंद होता है। आइए जानते हैं इन आमों के बारे में कुछ रोचक तथ्य –
अल्फांसो | Alphonso
महाराष्ट्र का सुप्रसिद्ध धाम अल्फांसो है। यह अपनी स्वाद और सुगंध के कारण सबसे अलग माना जाता है । यह सबसे कीमती भी होता है इसे हापुस आम भी कहते हैं।
यह आम दर्जन के हिसाब से मिलता है। इसके एक आम का वजन डेढ़ सौ से साडे 300 ग्राम तक होता है। देश का यह पहला आम है जो किलोग्राम के हिसाब से नहीं बिकता।
थोक बाजार में इसकी कीमत लगभग 700 रुपए दर्जन होती है जबकि फुटकर में यह ढाई हजार से लेकर ₹7000 दर्जन में मिलता है।
तोतापरी | Totapuri
यह कर्नाटक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में होता है। इसका आकार तोते की चोच की तरह नीचे से नुकीला होता है। इस कारण इसे तोतापुरी आम कहते हैं। यह आम ज्यादा मीठा नहीं होता। इसका उपयोग अक्सर अचार आदि बनाने में किया जाता है
बैंगनपल्ली | Banganpalli
इस आम की पैदावार आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के बंगनपल्ले नामक स्थान में होती है। यह आकार में अल्फांसो से भी काफी बड़ा होता है।
दशहरी | Dashahari
दशहरी आम उत्तर प्रदेश में बहुत अधिक पसंद किया जाता है। यह लखनऊ के दशहरी गांव की उत्पत्ति है, इसलिए इसे दशहरी आम कहा जाता है।
हिमसागर | Himsagar
आम की यह किस्म पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में पाई जाती है। यह हरे रंग का होता है। यह अत्यंत गूदेदार होता है । इसका उपयोग मैंगो शेक बनाने में किया जाता है। एक आम का वजन ढाई सौ से 3:30 सौ ग्राम तक होता है।
केसर | Kesar
अन्य नामों से अधिक महंगा बिकने वाला यह आम गुजरात में होता है। इसके ऊपरी भाग में हरे और पीले रंग का मिश्रित रंग होता है। पकने पर यह अत्यंत खुशबू देने लगता है ।यह सभी आमों से अधिक मीठा भी होता है।
लंगड़ा | Langada
लंगड़ा आम बनारस की पसंद है। यह बनारस की उत्पत्ति है। इसकी विशेषता यह होती है कि इसकी गुठली बहुत छोटी होती है। और गूदा बहुत ज्यादा होता है। इसलिए भी लोग इसे बहुत पसंद करते हैं । यह अत्यंत मीठा होता है
अम्बिका | Ambika
यह आम की संकर किस्म में शामिल है। आम के ऐसी छोटे पेड़ हैं जिन पर फल लगने लगते हैं। यह प्रत्येक वर्ष को छोड़कर दूसरे वर्ष में फल देते हैं। अत्यंत मीठे और स्वादिष्ट होते हैं।
मालगोवा | Maalgova
उत्तम आम की यह फसल तमिल नाडु, दक्षिण भारत एवं कर्नाटक में पाई जाती है। यह गोल आकार का होता है तथा अत्यंत गूदेदार होता है।
इसकी गुठली काफी छोटी किंतु कड़ी होती है। यह स्वादिष्ट और मीठा होता है।
वनराज | Vanraaj
गुजरात में बिकने वाली आम की यह दुर्लभ किस्म है। जो अत्यंत स्वादिष्ट होती है। इसमें ऊपर लाल रंग बहुत ही सुंदर लगता है
सुवर्णरेखा | Suvernrekha
यह आम गोल आकार का अंडे की तरह होता है यह सिंदूरी रंग का होता है। इसका गूदा अत्यंत स्वादिष्ट होता है। यह आम आंध्र प्रदेश और ओडिशा में पाया जाता है।
चौसा | Chausa
यह बिहार के चौसा क्षेत्र का आम है। वैसे इसकी उत्तपत्ति उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में हुई थी। ऐसा कहा जाता है कि 1539 में हुमायूं से युद्ध जीतने के बाद शेरशाह सूरी ने इसे चौसा नाम दिया था।
जब सारे आम आने कम हो जाते हैं तब चौसा आम आना शुरू होते हैं। मेरे स्वयं के अनुभव से यह आम अत्यंत मीठा और स्वादिष्ट होता है। यह मध्य जुलाई से मिलना प्रारंभ होता है।
अंत मे | How Many Types Of Mangoes In India – Varieties & interesting facts भारत में आम कितने प्रकार के होते हैं – रोचक तथ्य
उपरोक्त बहु प्रचलित किस्मों से आप अवश्य परिचित होंगे । आशा है How Many Types Of Mangoes In India – Varieties & interesting facts भारत में आम कितने प्रकार के होते हैं – रोचक तथ्य से संबंधित यह जानकारी आपको अवश्य पसंद आई होगी ।
क्या आपकी पसंद का आम हमारी लिस्ट में शामिल है। यदि नहीं है तो वह कौन सा आम है, अवश्य कमेंट में लिखें।
लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद
नमस्कार! मैं रेखा दीक्षित एडवोकेट, मैं एडवोकेट ब्लॉगर व युट्यूबर हूं । अपने प्रयास से अपने पाठकों के जीवन की समस्याओं को दूर कर ,जीवन में उत्साह लाकर खुशियां बांटना चाहती हूँ। अपने अनुभव एवं ज्ञान के आधार पर मैंने अपने ब्लॉक को सजाया संवारा है, जिसमें आपको योग ,धार्मिक, दर्शन, व्रत-त्योहार , महापुरुषों से संबंधित प्रेरक प्रसंग, जीवन दर्शन, स्वास्थ्य , मनोविज्ञान, सामाजिक विकृतियों, सामाजिक कुरीतियां,धार्मिक ग्रंथ, विधि संबंधी, जानकारी, स्वरचित कविताएं एवं रोचक कहानियां एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी । संपर्क करें : info.indiantreasure@gmail.com