Haritalika teej ke upay ; हरितालिका तीज के उपाय ! अखण्ड सौभाग्य व मनोकामना पूर्ति हेतु अवश्य करें। पारंपरिक रूप से मनाया जाने वाला शिव पार्वती के विवाह का यह अद्भुत और अति सुंदर व्रत माना जाता है। इस सुखद अवसर पर भगवान भोलेनाथ और पार्वती अत्यंत प्रसन्न होते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो भी व्यक्ति आज के दिन माता पार्वती और भोलेनाथ की प्रसन्नता के लिए कुछ भी करता है तो उसे अखंड सौभाग्य के साथ साथ जीवन के समस्त सुख और ऐश्वर्य प्राप्त होते हैं ।
अखंड सौभाग्य प्राप्ति का वरदान देने वाला यह त्यौहार सौभाग्यवती स्त्रियों के साथ-साथ कुंवारी कन्याओं के लिए भी अत्यंत ही चमत्कारी है। हमारे पूर्वजों और बुजुर्गों ने इस व्रत के दिन कुछ उपाय बताए हैं जिन्हें करने से सौभाग्यवती स्त्रियां और कुंवारी कन्याएं अपना मनचाहा वर प्राप्त कर सकती हैं। वही कुछ उपाय आज हम आपको बताएंगे Haritalika teej ke upay जिन्हें करके आप स्वयं अपने जीवन में सुख, समृद्धि, शांति और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति कर सकते हैं अतः इसे अवश्य पढ़ें !
इस दिन माता पार्वती और परमपिता भोलेनाथ अत्यंत प्रसन्न होते हैं तथा इस दिन उनकी पूजा आराधना जितने अधिक श्रद्धा और प्रेम भाव से की जाती है उतना ही अधिक वे प्रसन्न होते हैं और सभी मनोकामना को पूरी करते हुए मनचाहा वर प्रदान करते हैं। ऐसे में प्रत्येक सुहागन स्त्री और कुंवारी कन्याओं को अपने मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए कुछ उपाय अवश्य करने चाहिए। जिससे माता भगवती प्रसन्न हों और भोलेनाथ दोनों मिलकर के आपकी मनोकामना को पूरा करें। ऐसे कुछ उपाय हैं जो आज के दिन इस सौभाग्यशाली व्रत पर किए जाते हैं जिनसे मनचाहा वर प्राप्त होता है ।
Haritalika teej ke upay ; हरितालिका तीज के उपाय!
पहला उपाय; घर पर भगवान भोलेनाथ की और माता पार्वती की पूजा के लिए बनाए गए फुलेरा में,
सफेद, पीले और लाल रंगों के फूल अवश्य लगाने चाहिए लाल रंग के फूल माता पार्वती के लिए एवं
भोलेनाथ की प्रसन्नता के लिए सफेद व पीले रंग के फूलों का इस्तेमाल करते हुए उनका मंडप तैयार करना चाहिए।
इससे फूलों की ही तरह रंग बिरंगा जीवन और खुशियां प्राप्त होती हैं। तथा दांपत्य जीवन में मधुरता प्राप्त होती है।
दूसरा उपाय ; यदि सौभाग्यवती स्त्री आज के दिन माता भगवती को खीर का भोग लगाकर,
उस खीर को पति को खिलावे तथा दूसरे दिन व्रत पारण करते समय स्वयं भी उस खीर को खाए,
तो दांपत्य जीवन की कलह समाप्त होकर आपस में प्रेम बढ़ता है।
अन्य उपाय !
तीसरा उपाय ; कुंवारी कन्याएं यदि अच्छे वर की कामना के साथ भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की
पूजा और आराधना करें तथा इस दिन शिव मंदिर में जाकर नंदी को शहद चढ़ाएं,
और मां पार्वती को लाल गुलाब के फूल समर्पित करने से माता पार्वती प्रसन्न होती हैं व सर्वश्रेष्ठ वर का देती है।
चौथा उपाय ; आज के दिन माता पार्वती को सोलह श्रृंगार सामग्री चढ़ाई जाती है ।
साथ ही यदि अखंड सौभाग्य की कामना से कोई सुहागन स्त्री पूजा में 16 जोड़ा सोलह सिंगार समर्पित करती है
तथा उसमें से पांच अति बुजुर्ग सुहागिन स्त्रियों को और 11 अन्य सुहागिनों को श्रृंगार सामग्री का दान करती है
तो मान्यता है कि उसे अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
पांचवा उपाय ; इस दिन यदि स्त्री का पति उसे अपने हाथों से सिंदूर लगाता है तो,
इससे उस स्त्री का सौभाग्य बढ़ता है तथा वह स्त्री अखंड सौभाग्यवती हो जाती है ।
छठा उपाय ; आज के दिन माता पार्वती को चढ़ाए हुए सिंदूर से अवश्य ही अपनी मांग भरनी चाहिए।
इसे सुहाग लेना कहते हैं , इसे प्रायः सभी स्त्रियां जानती हैं यह अत्यंत शुभ फलदाई होता है।
इस प्रकार सौभाग्यशाली हरितालिका व्रत में हमारे बुजुर्गों द्वारा बताए गए कुछ उपायों का पालन अवश्य करना चाहिए, जिससे अखंड सौभाग्य के साथ-साथ समस्त सुख समृद्धि और ऐश्वर्य प्राप्त होता है तथा जीवन में सभी बाधाएं दूर होकर के व्यक्ति सुख पूर्वक जीवन जीता है।
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