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गुणकारी सोंठ के लड्डू बनाने की विधि! फायदे! सेवन विधि!

आज तक हमेशा डिलीवरी के बाद माता को स्वस्थ्यवर्धक सोंठ के ओषधीय लड्डू खिलाये जाते हैं। जिसमे विभिन्न जड़ीबूटियों का संयोजन होता है। जो गर्भावस्था के बाद आई शारीरिक, व मानसिक कमजोरी को दूर कर माता को पुनः स्फूर्तिवान व सक्रिय बना देता है। आज इन्ही लड्डुओं को बनाने के साथ साथ उसमे पड़ने वाली ओषधियों के भी अलग अलग फायदे जान लें। साथ ही इन्हें किस समय और कितना खाना है यह भी जान लें।

लड्डू की सामग्री व फायदे

सोंठ उष्णवीर्य, कटु, तीक्ष्ण, अग्निदीपक, रुचिवर्द्धक पाचक, कब्जनिवारक तथा हृदय के लिए हितकारी है।

पिपली कफनाशक, एंटीसेप्टिक, एंटीबायोटिक होती है। पाचनतंत्र के हानिकारक बैक्टीरिया व जीवाणु संक्रमण से बचाता है।

काली मिर्च में पिपराइन मौजूद होती है और उसमें एंटी-डिप्रेसेंट के गुण होते है. जिस कारण काली मिर्च लोगों की टेंशन और डिप्रेशन को दूर करने में मदद करती है.

अश्वगंधा इसमें एंटीआक्सीडेंट और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं यह बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है.

शतावर में एंटीऑक्सिडेंट और ग्लूटाथियोन नामक तत्व होते हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं।

हल्दी पाचन दुरुस्‍त करती है, कई रिसर्च के मुताबिक हल्‍दी रोजाना खाने से पित्‍त ज्‍यादा बनता है । डायबिटीज कंट्रोल व कैंसर से बचाव करती है
खून साफ करती है,दिमाग स्‍वस्‍थ रखती है। शरीर की सूजन कम करती व बढ़ती उम्र थाम लेती है व शरीर को डिटॉक्स करने में मददगार है।

पलाश वृक्ष के गोंद को गोंद चुनिया या कमरकस भी कहा जाता है । कमरकस यानी की कमर को कसने वाला. यह कमर की नाड़ियो को मजबूत बनाता है।

गोंद किसी भी पेड़ के तने से निकलने वाले स्राव को कहते हैं जो सूखने पर भूरा व कड़ा हो जाता है। इसमें फाइबर,विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट के गुणों से भरपूर गोंद का सेवन कैंसर से लेकर दिल की बीमारियों को दूर करता है। यह शीतल और पौष्टिक होता है।

मखाना हार्टअटैक, मधुमेह, तनाव,हड्डियों और जोड़ों से सम्बन्धी तकलीफ, को दूर करने में सहायक है। व पाचनतंत्र को मजबूत करता है।

नारियल में विटामिन, पोटैशियम, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन और खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं । इसमें वसा और कॉलेस्ट्रॉल नहीं होता है, इसलिए नारियल मोटापा दूर करने में मदद करता है।

चिरौंजी में प्रोटीन अधिक मात्रा में होता है।शरीरिक कमजोरी,व सर्दी जुकाम में फायदेमंद होता है।तथा यह एक सौंदर्य उत्पाद भी है।

खसखस ओमेगा-6 फैटी एसिड,प्रोटीन , फाइबर का अच्छा स्रोत है। अनिद्रा, कब्ज व सांस की तकलीफें दूर करने में सहायक है।

छुहारा में भरपूर मात्रा में फाइबर, आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम पाया जाता है। जो कि हम वजन कम करने, कैंसर, दिल संबंधी जैसी कई गंभीर बीमारियों से बचाता हैं।

गुड़ में आयरन बहुत होता है। खून की कमी को दूर कर शरीर को मजबूत व क्रियाशील बनाता है।ब्लडप्रेशर कन्ट्रोल करता है। सर्दी जुकाम,, आँखों, व दिमाग तथा हड्डियों के लिए फायदेमंद है।

घी में विटामिन के 2 पाया जाता है जो हड्डियों को तक कैल्शियम को पहुंचाने का काम करता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में बाइलरी लिपिड का फ्लो बढ़ जाता है।व हार्ट मजबूत रहता है।

लड्डू बनाने की विधि

सोंठ 200 ग्राम, पीपर 200 ग्राम, पिपरा मूूूल 200 ग्राम, असगंद 200 ग्राम, सतावरी 200 ग्राम, नागपुरी हल्दी 100 ग्राम, कमरकस 50 ग्राम, गोंद 200 ग्राम, मखाना

200 ग्राम, गोला नारियल 1, खसखस 100 ग्राम, चिरौंजी 100 ग्राम, छुहारा 100 ग्राम, लड्डू बनाने का गुड़ 3 किलो, शुद्ध घी 3 किलो ।

1, सबसे पहले सभी मेवों को बारीक काट लें ।

2, नारियल को भी कद्दूकस कर लें ।

3, कढ़ाई में 1 किलो घी गर्म करें।

4, गर्म होने पर इसमें सोंठ, पिप्पली, कालीमिर्च, अश्वगंधा सतावरी, नागपुरी हल्दी, कमरकस, गोंद एवं मखाना सभी को एक-एक करके घी में तल कर निकाल लें ।

5, ठंडा करके मिक्सी में पीस लें।

6 अब तैयार सामग्री एवं सभी मेवों को आपस मे अच्छी तरह मिला लें।

7, अब गुड़ को भी बारीक बारीक काट कर मिश्रण जैसा बना लें।

8, अब सभी वस्तुएं खूब अच्छी तरह मिलाकर गोल लड्डू के आकार में बांध लें।

लड्डू की सेवन विधि

लड्डू ज्यादा बड़े न बनाये। मीडियम साइज में ही रखें। डिलेवरी के चार दिन बाद से ये लड्डू खाएं जाते हैं ।इन्हें सुबह के समय ही खाएं ताकि पूरा दिन इन्हें पचा सकें। अन्यथा ये मोटापा भी तेजी से बढ़ाते हैं। दिन भर में पानी अच्छी मात्रा में पियें। किन्तु लड्डू के बाद तुरन्त पानी न पियें एक दिन में एक लड्डू ही खाएं। बच्चे को भी माता के माध्यम से उपरोक्त ओषधियाँ प्राप्त हो जावेंगी , बच्चा व जच्चा दोनों ही स्वस्ध रहेंगे। अधिकतम 30 दिनो में ही शरीर पहले की तरह स्वस्थ हो जावेगा। ईस प्रकार से बने लड्डू शरीर की भीतर बाहर की कमजोरी को पूरी तरह दूर करने में सक्षम है।

श्रीमती रेखा दीक्षित एडवोकेट

सहस्त्रधारा रोड देवदर्रा मण्डला

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