नमस्कार दोस्तों ! यूरिक एसिड का क्या है परमानेंट इलाज !इसे करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी दिनचर्या में सुधार करना पड़ेगा। एलोपैथिक दवाइयां खाने पर तत्काल आराम जरूर मिलता है किंतु यह रोग का परमानेंट सलूशन नहीं होता है। यदि आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं । और दवाई बंद करते ही यह तकलीफ दोबारा उभरने लगती है। तब आप आयुर्वेद में बताई गई निम्न प्रक्रिया को अपनाएं । इससे आपको अवश्य लाभ होगा। हमारा उद्देश्य आपको आपके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना है । यह जानकारी आपको अवश्य बहुत काम आएगी ।
इसमें हम आपको बताएंगे कि यूरिक एसिड क्या है ? यह किन कारणों से बढ़ता है ? और इसके क्या लक्षण है ? तथा इससे बचने के उपाय क्या है ? और यूरिक एसिड बनने के बाद उसको बढ़ने से कैसे रोका जा सकता है ? और बड़े हुए यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने का क्या तरीका है ? अतः इसे अंत तक अवश्य पढ़ें । आइए जानते हैं यूरिक एसिड का परमानेंट इलाज क्या है ?
यूरिक एसिड क्या है ?
- पाचन क्रिया के दौरान हमारे शरीर में प्यूरिन का निर्माण होता है, जो एक वेस्ट पदार्थ है
- और इसे किडनी द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है, किंतु जब हमारी किडनी इसे बाहर नहीं निकाल पाती ।
- तब यह अंदर इकट्ठा होने लगता है और रक्त में यूरिक एसिड बनाता है ।
यूरिक एसिड बढ़ने का शुरुआती लक्षण क्या हैं ?
- शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने पर शुरुआती लक्षणों में शरीर में जगह जगह चुभने वाला दर्द होने लगता है।
- तथा हाथ के अंगूठे आदि के पास हड्डियां टेढ़ी होने लगती है। उस में स्वेलिंग और दर्द शुरू हो जाते हैं।
- यदि है ठीक नहीं होता तब यही यूरिक एसिड किडनी, हार्ट आदि बाकी के अंगों को भी खराब कर देता है।
यूरिक एसिड बढ़ने का क्या कारण है ?
- ज्यादातर एक सा भोजन करना सब्जियों को अवॉइड करना और दाल ज्यादा खाना।
- पानी नहीं पीना या बहुत कम पीना बार-बार कोल्ड ड्रिंक चाय कॉफी आदि पीना।
- मिठाइयां और तली-भुजी चीजें ज्यादा खाना। भरता-बैंगन, कढ़ी का अधिकतम उपयोग करना।
- प्रोटीन का अधिक से अधिक सेवन करना किंतु साथ में फाइबर नहीं खाना ।
- फल नहीं खाना, प्राणायाम नहीं करना और परिश्रम बिल्कुल नहीं करने पर यूरिक एसिड शरीर में पड़ने लगता है।
यूरिक एसिड से बचने का उपाय क्या हैं ?
- हमारे खान-पान और दिनचर्या में सुधार लाकर हम यूरिक एसिड से बच सकते हैं।
- यदि आपको यूरिक एसिड अभी नहीं हुआ है तब आप अपनी दिनचर्या में निम्न सुधार लाकर इससे बच सकते हैं।
- स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही ना बरतें । सुबह जल्दी उठे और सुबह शाम हरी घास पर नंगे पैर अवश्य चले ।
- सुबह उठकर सबसे पहले बासी मुंह पानी पीकर मुंह की लार को पेट के अंदर ले जाएं।
- खाना चबा चबा कर खाएं और तिल के तेल या किसी भी तेल से शरीर की मालिश रोज करते रहे।
यूरिक एसिड बनने पर उसे बढ़ने से कैसे रोके ?
- यदि यूरिक एसिड बन चुका है तब आप उसे बढ़ने से रोकने के लिए निम्न उपाय करें।
- प्रोटीन डाइट तुरंत बंद कर दें।
- ड्राई फ्रूट्स बिल्कुल ना खाएं।
- चाय कॉफी आदि कैफीन युक्त चीजें तत्काल बंद कर दें।
- दालें और खट्टी चीजें ना खाएं तथा फल और पानी की मात्रा को बढ़ा दें।
- इस तरह अब आप अपने शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को ज्यादा बढ़ने से रोक सकते हैं ।
यूरिक एसिड बाहर निकालने के लिए क्या करें ?
- अक्सर एलोपैथी दवाई खाने से यह दवाई खाते तक ठीक रहता है किंतु जैसे ही दवाई खाना बंद करते हैं,
- यह फिर बनने लगता है क्योंकि हमने दवाइयां तो खाई है किंतु हमारा खान-पान और दिनचर्या में सुधार नहीं किया है
- इसलिए यह दोबारा हो जाता है किंतु आयुर्वेद में इसे बाहर निकालने के लिए हम अपने खानपान के द्वारा ही
- यह दवा कर सकते हैं। जिसमें सभी लाइट कलर की सब्जियां जैसे लौकी, टिंडा, तुरई आदि
- हल्के हरे रंग की सब्जियां ज्यादा मात्रा में खाने लगे।
- यह हमारे शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने का काम करती हैं ।
- साथ ही ज्यादा हरे रंग की, या ज्यादा गहरे रंग की सब्जियां जैसे गाजर, शिमला मिर्च आदि बिल्कुल ना खाएं ।
- या बहुत कम मात्रा में खाएं और ग्राम दाल दूध दही तुरंत बंद कर दें ।
- सिर्फ, सेब ,पपीता, अमरूद आदि फल खाएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
- प्राणायाम करें और योग व से परिश्रम करें । इससे यूरिक एसिड बाहर निकलने लगता है।
- यह कम से कम 40 से 45 दिन में ठीक होता है अतः इसमें जल्दी बाजी नहीं करना चाहिए।
- क्योंकि दवाइयों का आश्रय लेकर जब हम जल्दी-जल्दी इसे बाहर निकालना चाहते हैं,
- तब यह हमारे शरीर के अन्य आवश्यक तत्वों को साथ में लेकर बाहर निकल जाता है।
- जिससे शरीर में अन्य तकलीफ से भी होनी शुरू हो जाती हैं।
यूरिक एसिड का परमानेंट इलाज क्या है ?
- उपरोक्त बताइए सारी सावधानियों और नियमों को ध्यान में रखते हुए हम यूरिक एसिड से बहुत आसानी से मुक्ति पा सकते हैं।
- इसके साथ साथ सुबह शाम आयुर्वेदिक काढ़े का प्रयोग करने से यह हमेशा हमेशा के लिए ठीक हो जाता है।
- और दोबारा कभी नहीं होता।
- इसके लिए गिलोय एक चम्मच, तुलसी पत्ते का रस एक चम्मच, एलोवेरा चार पांच चम्मच और करेले का रस
- एक चम्मच मिलाकर सुबह-शाम पीना चाहिए।
- इसमें लौकी का रस भी एक चम्मच, थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर लिया जा सकता है।
- यह सभी आयुर्वेदिक नुस्खे हैं और बिल्कुल निरापद हैं।
बीमारियां हमारे शरीर से ही उत्पन्न होती है । इसलिए शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक व्यायाम और उसका पोषण बहुत जरूरी होता है। यूरिक एसिड का परमानेंट इलाज लक्षण कारण और निवारण से संबंधित यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इससे अपने मित्रों और परिजनों को अवश्य प्रेषित करें। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहे आपकी अपनी वेबसाइट
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