हर्निया कैसे ठीक करें , इसके लक्षण, कारण और उपाय के बारे में डॉक्टर क्या कहते हैं। इसकी सामान्य किंतु महत्वपूर्ण जानकारियों से संबंधित यह आर्टिकल बहुत ही उपयोगी है। बीमारी के संबंध में ज्ञान होना बीमारी से बचाव तथा बीमारी को बढ़ने से रोकने में बहुत सहायक होता है।
अक्सर डॉक्टर बीमारी का इलाज तो कर देते हैं किंतु उसके होने के कारण और लक्षणों के बारे में जानकारी नहीं देते हैं। जिससे व्यक्ति असावधान रहते हैं। और इलाज होने के बाद भी पुनः पुनः बीमारियों को आमंत्रण देते हैं। ऐसे में यदि हमें बीमारी की सामान्य जानकारी हो तो हम स्वयं उससे अपना बचाव और सुरक्षा कर सकते हैं । तो आइए जानते हैं हर्निया क्या है , यह कितने प्रकार का होता है, इसके होने के क्या कारण है और इसके लक्षण क्या हैं और इसे कैसे ठीक करें ।
हर्निया क्या है इसे कैसे ठीक करें !
- इसमें पेट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिसके कारण आंतें पेट से बाहर निकलने लगती हैं
- या निकल जाती है जिससे सूजन व दर्द महसूस होता है इससे हर्निया कहते हैं।
हर्निया के प्रकार व ठीक करने के उपाय !
- यह तीन प्रकार का होता है :
- 1- इंगवाईनल हर्निया (वेक्षण हर्निया),
- 2- अम्बिलाइकल (नाभि हर्निया),
- 3- फिमोरल हर्निया ( जघनास्थि हर्निया) ।
इंगवाईनल हर्निया (वेक्षण हर्निया ) ;
- या हर्निया का सबसे आम प्रकार है और यह लगभग 70% लोगों में पाया जाता है।
- इसमें पेट की नसें कमजोर होने के कारण आंतें बाहर निकलने लगती है ।
- यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक पाया जाता है।
अंबिलाईकल हर्निया (नाभि हर्निया);
- यह 6 महीने से कम उम्र के बच्चों को होता है इसमें पेट के अंदर नाभि के पास से आंतें बाहर निकलने लगती हैं।
- इसमें बच्चे के रोते समय नाभि के पास सूजन दिखाई देती है।
- प्रायः यह हर्निया अपने आप ही 1 वर्ष की उम्र होने तक ठीक हो जाता है।
- क्योंकि तब तक पेट की नसें मजबूत हो जाती हैं। यदि ठीक ना हो तो डॉक्टर को अवश्य दिखाना चाहिए ।
फिमोरल हर्निया (जघनास्थिक हर्निया) ;
- यह हर्निया पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है यह लगभग 20 परसेंट लोगों में पाया जाता है।
- जांघो तथा ग्रोइन के भीतरी , ऊपर के हिस्से में पाया जाने वाला असामान्य प्रकार का हर्निया होता है।
- अक्सर लेट जाने पर इसका उभार या सूजन खत्म हो जाती है ।
- किंतु खांसने या किसी अन्य दर्द के कारण यह फिर से वापस आ जाती है।
हर्निया के लक्षण (कैसे ठीक करें ) !
- डॉक्टरों के मुताबिक हर्निया का सर्वप्रथम लक्षण प्रभावित क्षेत्र में सूजन का होना है।
- पेट में दर्द, सीने में जलन, पेट में दबाव और खिंचाव महसूस होना पाचन में दिक्कत आना ।
- मतली और उल्टी होना, निगलने में परेशानी होना, सांस लेने में तकलीफ होना, तथा
- चलने व बैठने में तकलीफ होना आदि इसके लक्षण होते हैं।
हर्निया के कारण !
- यह विभिन्न कारणों से होता है। प्रमुख कारण पेट पर दबाव पड़ना होता है ।
- जिससे पेट की नसें कमजोर हो जाती हैं और कमजोर हिस्से से आंतें पेट की दीवार से बाहर निकलने लगती है।
- पेट पर दबाव पड़ने के कारणों में – मोटापा होना, सर्जरी होना या अत्यधिक लंबे समय तक खांसी का होना ।
- कब्ज बने रहना, मांस पेशियों की कमजोरी, बढ़ती उम्र में मांसपेशियां कमजोर होना ,
- लंबी बीमारी, वेटलिफ्टिंग करना, ज्यादा सीढ़ियां चढ़ना तथा भारी वस्तुओं को उठाना ,
- अचानक वजन का बढ़ जाना, धूम्रपान करना, शारीरिक थकावट का होना इत्यादि कारणों से हर्निया हो सकता है।
- इसके अलावा गर्भवती होने से भी पेट पर दबाव पड़ता है और पेट की नसें कमजोर हो जाती है।
- जिस कारण हर्निया होने की संभावना उत्पन्न हो जाती है अतः इसके कारण लक्षण व उपाय जानकर इससे बचा जा सकता है।
हर्निया का उपचार (कैसे ठीक करें ) !
- आइये जानते हैं हर्निया कैसे ठीक करें । डॉक्टरों के अनुसार हर्निया का एकमात्र इलाज उसकी सर्जरी करना है।
- अतः हर्निया होने पर अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें ।
- इसमें अनावश्यक घरेलू उपचार ना करें तथा नजरअंदाज करते हुए इसे बढ़ने नहीं देना चाहिए ।
- अन्यथा इसके हानिकारक व गम्भीर परिणाम देखने को मिलते हैं।
- आजकल बहुत ही आधुनिक तकनीक से इसकी सर्जरी की जाती है जिसमें कोई कष्ट नहीं होता।
- विधिवत इलाज के बाद प्रिकॉशन लेने पर इस बीमारी से पूर्णतः छुटकारा पाया जा सकता है ।
- अतः सावधान रहें, हर्निया ना होने पाए इसीलिए अपने पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए योगासन करें ।
- प्राणायाम व आहार दिनचर्या पर विशेषज्ञ की सलाह लेते हुए कार्य करें।
- उचित आहार-विहार से इस रोग को होने से बचाया जा सकता है।
हर्निया कैसे ठीक करें , हर्निया क्या है इसके लक्षण कारण और उपाय से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी आपको हर्निया से बचने और सावधानी रखने के लिए अवश्य काम आएगी । इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों को शेयर करें ताकि सभी इस जानकारी का लाभ उठा सकें। ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहें आपकी अपनी वेबसाइट
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