माघ माह: क्या करें! किसकी पूजा करें।ऐसी समस्त रोचक जानकारी लेकर आज आपके समक्ष उपस्थित हूँ।
29 जनवरी 2021 से माघ महीना प्रारंभ हो रहा है । एवं 29 फरवरी 2021 को समाप्त हो जाएगा।
क्यों है माघ माह विशेष ? अवश्य जाने! इस माह के संबंध में प्राचीन किंवदंती है कि इसे पहले “माध” माह कहा जाता था।
जो कि श्री कृष्ण के एक नाम माधव को इंगित करता है। इस महीने में भगवान विष्णु एवं भगवान सूर्य की पूजा की जाती है।
1- माघ माह: क्या करें!
1- स्नान अवश्य करें! Do take a bath!
- आइए जानते हैं माघ माह में क्या करें ! इस महीने में पवित्र नदियों एवं तीर्थ स्थलों में स्नान का बड़ा महत्व है।
- ऐसा माना जाता है कि इस समय धरती पर जहां कहीं भी जल है वह गंगा जल के समान हो जाता है ।
- अतः पवित्र नदियों में स्नान करने से गंगाजल में स्नान का पुण्य प्राप्त होता है एवं मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं।
- किंतु यदि नदियों में स्नान की व्यवस्था ना हो सके तब ऐसी स्थिति में घर पर ही जल में गंगा जल मिलाकर ,
- स्नान करने से गंगाजल से स्नान का पुण्य प्राप्त हो जाता है। अतः प्रतिदिन स्नान अवश्य करें ।।
- “श्री माधव दया सिंधो भक्तकामप्रवर्षण। माघस्नानव्रतं मेsद्य सफलम कुरूते नमः।। बोलें।
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2- कैसे दें सूर्य को अर्घ्य ! Arghya to the Sun!
- स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सूर्य के संपर्क में रहना लाभकारी माना गया है।
- इस महीने में सूर्य को जल अर्घ्य देकर सूर्य मंत्र का जाप करते हुए सूर्य देव की उपासना करनी चाहिए।
- सूर्य मंत्र के लिए कोई भी एक सूर्य मंत्र जैसे “ॐ स: सूर्याय नमः” “ॐ सूर्याय नमः” इत्यादि
- किसी भी एक मंत्र का निरंतर सूर्यास्त के पूर्व तक मन ही मन जप करते रहने से सूर्य की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।
- और जिससे हमारी उन्नति होती है।जीवन मे स्वास्थ्य, स्मृद्धि, यश व कीर्ति सूर्य की कृपा से ही प्राप्त होते हैं।
- अतः सूर्य देवता की विशेष कृपा हेतु माघ के महीने में सूर्य देवता की उपासना का विधान है।
3-श्रीकृष्ण व विष्णुजी की पूजा करें! Worship Shri Krishna and Vishnu!
- भगवान विष्णु की पूजा नित्य नियमित अवश्य करें । माघ माह श्रीहरि को अत्यंत प्रिय है।
- अतः पूजा हेतु श्री कृष्ण या भगवान विष्णु को पीले फूल नियमित रूप से अवश्य अर्पित करें।
- इस माह में गंगाजल का विशेष महत्व है, अतः पूजा में गंगाजल का अवश्य उपयोग करें।
- तिल का उपयोग खाने में, दान में और स्नान में अवश्य करें। व भगवान को प्रतिदिन अक्षत की जगह तिल चढ़ाएं।
- भगवान को तिल समर्पित करने से सारे पाप तिल तिल कर नष्ट हो जाते हैं और पुण्य में वृद्धि होती है।
- अतः भगवान विष्णु की आराधना करने के समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
4- क्या करें !
- आइए जानते हैं कि माघ माह: क्या करें!
- माघ मास के प्रत्येक दिन में गीता का पाठ अवश्य करें । व मधुराष्टकं का प्रतिदिन पाठ करें।
- प्रतिदिन किसी को कुछ भी सामग्री अवश्य दान करें। गर्म कपड़े, रजाई, कंबल, स्वेटर आदि का दान करें ।
- इस माह तिल और गुड़ का दान अवश्य करें। किसी न किसी की मदद प्रतिदिन अवश्य करें ।
- भगवान के समक्ष , पवित्र नदियों में, तुलसीवृक्ष के पास प्रतिदिन (सुबह-शाम) दीपक अवश्य जलाएं।
- प्रतिदिन घर मे ही गंगाजी की आरती करने से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं। तथा पुण्यों का उदय होता है।
- प्रतिदिन श्रीकृष्ण को माखन मिश्री व भगवान विष्णु को तिल अवश्य चढ़ावें। पूरे माह विष्णुजी की आराधना करें।
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5- क्या न करें !
- माघ महीने के शुरू होते ही गर्म जल का ( स्नान के लिए) धीरे-धीरे त्याग कर दें व ठंडे जल से स्नान प्रारंभ करें।
- माघ महीने में मूली का सेवन कदापि न करें पुराणों में इस मास में मूली का निषेध बताया गया है ।
- सूर्योदय के बाद तक सोते ना रहे । बिना स्नान के कभी ना रहे। किसी भी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार,कदाचरण ना करें।
- भगवान की निंदा अपने से बड़े गुरुजनों की निंदा व किसी की भी निंदा ना करें। किसी से भी झूठ ना बोलें ।
- इस प्रकार इन नियमों का पालन करते हुए भगवान श्री कृष्ण एवं सूर्य की कृपा को प्राप्त किया जा सकता है।
- अतः पूरे श्रद्धा और मनोयोग के साथ माघ स्नान को भगवान श्री कृष्ण को समर्पित करते हुए संपूर्ण करें।
माघ माह: क्या करें! से सम्बंधित समस्त जानकारी देने का प्रयास किया है।
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