भारत यह राष्ट्र महान है... श्रीमती मनोरमा दिक्षित (मंडला)!! Total Post View :- 957

भारत ये राष्ट्र महान है…श्रीमती मनोरमा दीक्षित मंडला (हिंदी कविता)

नमस्कार दोस्तों!! भारत ये राष्ट्र महान है…. कविता कवियित्री श्रीमती मनोरमा दीक्षित के अथक अध्ययन और प्रयासों का परिणाम है। जो राष्ट्रप्रेम को जगाती है। अपने देश से प्रेम करने का यह भी एक तरीका है कि हम उसके गुणगान गाते हैं। आज हम आपको उसी देश प्रेम की अविरल धारा में लिए चलते हैं और केसर की क्यारी कविता संग्रह से उद्धृत कविता “कोटि कोटि प्रणाम है” प्रस्तुत करते हैं।

कवियित्री-श्रीमती मनोरमा दीक्षित 9098097065

भारत ये राष्ट्र महान है


गणतंत्र की ये शान है, भारत ये राष्ट्र महान है।

इसके सरित गिरि निर्झरों को, कोटि कोटि प्रणाम है |

स्वर्गिक सुखों की खान ये. कश्मीर की प्रिय वादियाँ,,

बहुरंग पुष्पित पुष्प फल मेवे सजी ये घाटियाँ |

बलिदान प्राणों का करें सीमा पर वीर जवान है ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को,कोटि-कोटि प्रणाम है ॥

उत्तर दिशा हिमगिरि सजा, सैलानियों का प्यार है ।

प्रहरी हमारे राष्ट्र का, सिद्धि साधना का द्वार है ||

जिसको समय न मिटा सका, संस्कृति पवित्र महान है ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।।

दक्षिण दिशा की अंक में, मलयज बयार के संग में ।

चरणों का वंदन कर रहा, लहरों से सिंधु सुजान है ।।

बलिदानियों की अमर यादें. राष्ट्रध्वज की शान है ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।।

मुनि आश्रमों में मंत्र पढ़ते, सारिका शुक थे जहाँ ।

विद्योत्मा, सीता, अहिल्या, भारती, विदुषी जहाँ ।।

लक्ष्मी, अवंतीबाई, दुर्गा, देवि उच्च महान है।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।।

ताना, शिवा की आन में, चित्तौड़ गौरव गान में ।

गोविन्द सिंह गुरू के ललन के, धर्म हित बलिदान में।।

सेवक जो भामाशाह दानी, राष्ट्रभक्त प्रताप है ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।।

यौवन दिया निज पितृ को, ऐसे सुखद पुरुराज थे।

जो विश्व के इतिहास की, दुर्लभ अलभ्य मिसाल थे |

बलि से जहाँ दानी, स्वयं याचक बने भगवान हैं ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।

मस्तक की बिंदी हिंद के हिन्दी हमारी शान है ।

हिंदी की हर अभिव्यक्ति में संस्कृति के बसते प्राण हैं |

है पालता जो राष्ट्र को श्रम वीर श्रेष्ठ किसान है ।

इसके सरित गिरि निर्झरों को कोटि कोटि प्रणाम है ।।

अंत में!!

“भारत ये राष्ट्र महान है” श्रीमती मनोरमा दीक्षित द्वारा स्वरचित कविता संग्रह “केशर की क्यारी” से लिया गया है। हमारा उद्देश्य साहित्यकारों, रचनाकारों और कवियों की प्रतिभा को मुखर करते हुए जन-जन तक पहुंचाना है। यदि आप भी कविताएं या कहानियां लिखते हैं तो आपका स्वागत है आपकी अपनी वेबसाइट पर

http://Indiantreasure. in

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