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कैल्शियम के घरेलू स्रोत ! home sources of calcium.

नमस्कार दोस्तों ! कैल्शियम के घरेलू स्रोत (home sources of calcium) ; दोस्तों सभी जानते हैं कि कैल्शियम हमारे शरीर के लिए कितना ज्यादा आवश्यक है यह हमें बहुत सी बीमारियों से बचाता है तथा कैल्शियम की कमी से शरीर में अनेकों बीमारियां उत्पन्न होने लगती हैं।

हमारे हड्डी दांतों और हार्ट की मजबूती के लिए कैल्शियम बहुत आवश्यक है यह मांसपेशियों को मजबूत करता है।। याददाश्त को बढ़ाता है तथा गर्भावस्था और बच्चों में हेल्थ की कमी को पूरा करता है । बाल, नाखून और त्वचा संबंधित रोगों से मुक्ति दिलाता है। इसकी कमी से हाइट भी कम हो जाती है। प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम 1000 mg कैल्शियम प्रतिदिन खाना चाहिए।

इसकी कमी को दूर करने के लिए हमारे आस पास बहुत से आहार बिखरे पड़े हैं जिनका हम उपयोग भी करते हैं किंतु उनके केल्शियम युक्त होने के संबंध में हमें जानकारी कम ही हो पाती है। अतः आज हम जानेंगे कि कौन से आहार में कितनी मात्रा में कैल्शियम होता है और यह किस तरह से हमारे शरीर को प्रभावित करता है। यह रोगों को दूर करने की क्षमता रखता है। तो चलिए जानते हैं कैल्शियम के कुछ घरेलू स्त्रोत !

कैल्शियम के घरेलू स्रोत – 1 !

हमारे आहार में सबसे ज्यादा कैल्शियम खसखस, तिल, अजवाइन और चिया बीज में होता है। ये सभी कैल्शियम के घरेलू स्रोत हैं।

खसखस – मैं 9 ग्राम में 126 mg कैल्शियम होता है। यह बुरे कोलेस्ट्रोल को घटाती है

और अच्छा कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाती है, यह फर्टिलिटी को बढ़ाती है ।

इससे नींद नहीं आने की बीमारी इनसोमेनीया भी ठीक होती है।

हड्डियों को मजबूत करती है, पाचन को बढ़ाती है, ब्लडप्रेशर को नार्मल रखती है ।

यह आंखों के लिए यह बहुत अच्छी होती है । किडनी स्टोन को बाहर निकालती है और इसे दोबारा बनने से रोकती है।

खसखस थायराइड के लिए भी अच्छी होती है। डायबिटीज में भी इससे बहुत फायदा होता है।

यह नेचुरल पेन किलर की तरह काम करती है किसी भी तरह के दर्द को ठीक कर देती है।

इसका पेस्ट बनाकर बालों में लगाने से भी ठीक हो जाती है।

कैल्शियम के स्रोत

2- तिल – इसके 9 ग्राम में 28 mg कैल्शियम पाया जाता है। यह हृदय रोग, डायबिटीज, अर्थराइटिस से बचाती है।

यह कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर को घटाती है। हड्डियों को मजबूत करती है और शरीर की सूजन को कम करती है।

नई कोशिकाओं को बनाने में सहायता करती है यह ब्लड शुगर को कम कर देती है। इम्यून सिस्टम को भी ताकतवर बनाती है , पाचन तंत्र को सुधारती है ।

गठिया की वजह से होने वाले दर्द को ठीक करती है, थायराइड के लिए भी यह अच्छी होती है ।

महिलाओं के मेनोपॉज के समय बिगड़े हुए हार्मोन लेबल को ठीक करती है।

3- अजवाइन – इसके 9 ग्राम में 115 mg कैल्शियम पाया जाता है ।

यह ब्रोंकाइटिस त्वचा की समस्या व जुकाम के लिए बहुत उपयोगी होती है।

अजवाइन हड्डियों को मजबूत करती है, हड्डियों की बोन मिनिरल डेंसिटी को बढ़ाती है ।कार्टिलेज को बनाने में मदद करती है शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाती है।

तथा खून की कमी को दूर करती है। यह शरीर में उत्पन्न बैक्टीरिया को भी मारती है। यह कैल्शियम के घरेलू स्रोतो में से एक है।

कैल्शियम के स्रोत बताइए !

4- चिया बीज – इसके 9 ग्राम में 60 mg कैल्शियम होता है। चिया का अर्थ ही ताकत होता है ।

यह पाचन तंत्र, हार्ट की हेल्थ तथा डायबिटीज, आंतों की सेहत शरीर की सूजन रोकने व,

कैंसर की रोकथाम के लिए बहुत अच्छा होता है। यह हड्डियों को मजबूत बनाता है ।

और कोशिकाओं को रिपेयर करता है। खून की कमी को दूर कर शरीर में ब्लड प्रेशर को कम करता है ।

5- विभिन्न प्रकार की दालें फलियां व बींस – सभी दालें, फलियां और बीन्स कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत होती हैं ।

इसमें 15 mg से लेकर 300 mg तक कैल्शियम पाया जाता है ।

प्रति 100 ग्राम में – चने में 150 mg, हरि फलियों में 37 mg, हरे मटर में 25 ग्राम , राजमा में 143 mg

मूंग दाल में 132 mg, सोयाबीन में 277 mg,लाल मसूर की दाल में 41 mg और

सौ ग्राम अरहर की दाल में 130 mg कैल्शियम पाया जाता है।

फलियां और बींस खाने से बैड कोलेस्ट्रॉल घटता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है ।

इससे दिल की बीमारियों व कैंसर का खतरा कम हो जाता है ।यह ब्लड प्रेशर को कम करता है ।

टाइप टू डायबिटीज की बीमारी से बचाव करता है। शरीर में ब्लड प्रेशर लेवल का कम होता है।

हाथों में अच्छे व्यक्ति रिया को मात्र को बढ़ाता है जिससे आंखें स्वस्थ रहती हैं और वजन कम होता है, कैल्शियम के घरेलू स्रोत

दाल, बींस और हरी फलियां खाने से हड्डियां भी मजबूत होती हैं।

कैल्शियम क अन्य स्त्रोत!

चीज -इसमें 28 ग्राम की मात्रा में 52 mg से लेकर 331 mg तक कैल्शियम पाया जाता है।

चीज लगभग 300 तरह का होता है ज्यादातर चीज में 200mg तक कैल्शियम पाया जाता है।

दूध और दूध से बनी चीजों में कैल्शियम आसानी से पचता है।

यह मांसपेशियों को मजबूत करता है हड्डियों, दातों व आंतों को मजबूत करता है।

यह कोशिकाओं को रिपेयर करता है तथा नई कोशिकाएं बनने में मदद करता है।

पनीर – 100 ग्राम पनीर में 90 mg कैल्शियम होता है यह ऑस्टियोपोरोसिस से बचाता है ।

ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है, प्रोटेस्ट कैंसर से बचाव करता है तथा बच्चों को चुस्त और दुरुस्त बनाए रखता है।

पनीर डायबिटीज के लिए, दिमाग के लिए, डीएनए के लिए, इम्यून सिस्टम के लिए अच्छा होता है।

खिलाड़ियों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद है, यह पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा होता है।

दही – दही में बहुत ही अच्छी मात्रा में कैल्शियम होता है , 100 ग्राम दही में 180 mg कैल्शियम पाया जाता है।

दही में पनीर से भी 2 गुना कैल्शियम पाया जाता है।

यह दिल की बीमारी, ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है, वजन कम करता है ।

तथा नवजात बच्चों में गर्भ में पैदा होने वाली बीमारियों को रोकता है।

ब्लड प्रेशर को नार्मल करता है पाचन तंत्र को तेज करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।

सोया पनीर , दूध !

सोया पनीर टोफू – इसकी 100 ग्राम की मात्रा में 350 mg कैल्शियम होता है।

यह बुरे कोलेस्ट्रोल को कम करता है, मोटापा कम करता है हार्ट डिजीज से बचाता है ।

डायबिटीज में बहुत फायदेमंद है ।बालों व त्वचा के लिए यह बहुत अच्छा होता है ।

यह एनर्जी लेवल को बढ़ाता है और लीवर को खराब होने से बचाता है ।

माइग्रेन सिरदर्द को दूर करता है तथा ब्रेस्ट व प्रोटेस्ट कैंसर को रोकता है।

हड्डियों को मजबूत करता है तथा मेनोपॉज में होने वाले नुकसान को कम करता है।

अधिक उम्र की वजह से होने वाली दिमाग की बीमारियों से भी रक्षा करता है।

दूध – 100 ग्राम दूध में 115 mg कैल्शियम पाया जाता है यह ऑस्टियोपोरोसिस से बचाता है।

ब्लड प्रेशर को घटाता है तथा हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है।

यह कैंसर के खतरे को भी कम करता है डिप्रेशन को कम करता है, पाचन तंत्र को सुधारता है तथा

अच्छी नींद लाने में सहायक होता है, यह थकान को दूर करता है मांसपेशियों को मजबूत करता है।

घुटने के अर्थराइटिस को बढ़ने से रोकता है जख्मों को भरने में मदद करता है हार्टबीट को नार्मल करता है।

दिमाग को तेज करता है और याददाश्त को बढ़ाता है नसों को सिग्नल भेजने में मदद करता है तथा

फैट को पचाने में मदद मदद करता है या सूजन को कम करता है और पथरी होने से रोकता है।

कैल्शियम के अन्य स्रोत बताएं !

कैल्शियम के अन्य स्रोतों में बादाम हरी सब्जियां और पत्तेदार सब्जियां शामिल की गई है।

बादाम – सबसे ज्यादा कैल्शियम बादाम में पाया जाता है।100 ग्राम में 264 mg कैल्शियम पाया जाता है ।

इसमें विटामिन ई भी बहुत ज्यादा होता है जो हार्ट डिजीज और कैंसर तथा अल्जाइमर से बचाता है।

यह डायबिटीज , ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल को कम करता है तथा वजन घटाने में सहायक होता है।

हरी सब्जियां और पत्तेदार सब्जियां – प्रति 100 ग्राम सब्जी में – कैल्शियम – पालक मैं 136 ग्राम,

सरसों के साग में 110 mg, शलजम के पत्तों में 137 mg, चुकंदर के पत्तों में 114 mg, भिंडी में 77 mg,

ब्रोकली में 40 mg, और हरी फलियों में 44 mg कैल्शियम पाया जाता है ।

मेथी सरसों का साग मूली के पत्ते बथुआ आदि सभी पत्तेदार सब्जियां कैल्शियम का स्रोत होती हैं ।

किंतु पालक के कैल्शियम को पूरी तरह शरीर डाइजेस्ट नहीं कर पाता।

अतः पालक का पूरा कैल्शियम नहीं मिलता है।

https://navbharattimes.indiatimes.com/lifestyle/health/except-milk-10-other-options-to-fulfill-calcium-need-in-body-in-hindi/articleshow/74413791.cms

कैल्शियम के घरेलू स्रोतों हमारे आसपास ही मौजूद हैं अतः इन की मात्रा को समझ कर इसका उपयोग कर हम पूर्ण तरह स्वस्थ रह सकते हैं तथा शरीर से कैल्शियम की कमी को होने से रोक सकते हैं।

ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियों के लिए देखते रहे आपकी अपनी वेबसाइट

http://Indiantreasure. in

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