नमस्कार दोस्तों!! हेल्दी जीवन की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए इसके संबंध में आयुर्वेद में कुछ नियम भी बताए गए हैं। जिनका पालन करने के बाद कोई भी व्यक्ति अस्वस्थ नहीं रह सकता। स्वस्थ रहने के नियम बहुत ही सरल है। प्रकृति का अनुसरण कर हर कोई व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है।
हमारा शरीर पंचतत्व से निर्मित है। जल, अग्नि, वायु पृथ्वी और आकाश। इसलिए जितना ज्यादा हम इन पंच तत्वों के समीप रहते हैं, उतना ही हम स्वस्थ और सुखी होते हैं। व्यक्ति का रहन-सहन, खान-पान जितना ही सादगी भरा और प्राकृतिक होगा वह उतना ही स्वस्थ और प्रसन्न होगा। रोग रहित शरीर और प्रसन्नता भरा मन!! यही दो चीजें हैं जो स्वास्थ्य कहलाती हैं।
अच्छी भूख लगना, गहरी नींद आना, कब्ज न रहना, मीलों पैदल चलने और वजन उठाने की शक्ति होना, उदार और सकारात्मक विचार होना, उमंग, उत्साह, क्षमा, सेवा भावना और गहराई से चिंतन करना यह सभी शरीर और मन के अच्छे स्वास्थ्य की निशानी होती है। आइए आज हम इसी हेल्दी जीवन की दिनचर्या के बारे में कुछ जानते हैं।
हेल्दी जीवन की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए ?
- स्वस्थ रहने के कुछ नियम है आइए इन्हीं एक-एक करके समझते हैं और अपनाने का प्रयास करते हैं।
- 1- जल्दी से जल्दी उठे यह देवत्व की निशानी है।
- 2- रात में सोने के पहले एक गिलास पानी पिए और प्रातः उठने के बाद दो गिलास सादा पानी जरूर पीना चाहिए।
- 3- पानी हमेशा खुले हवादार स्थान में मिट्टी के मटके या तांबे के बर्तन में रखना चाहिए।
- 4- प्रतिदिन कुछ न कुछ श्रम अवश्य करें जिससे पसीना आए।
- 5- नियमित कम से कम एक घंटा खेलकूद या व्यायाम आदि शरीर को संचालित रखने का नियम बनाएं।
- 6- रात का भोजन हमेशा सोने से दो-तीन घंटे पहले ही कर लेना चाहिए ।
- 7- रात्रि भोजन के बाद आधा घंटा अवश्य टहलना चाहिए।
- 8- दिन में बिल्कुल भी ना सोए आलस्य न करें भोजन के तुरंत बाद नहीं सोना चाहिए।
- कम से कम डेढ़ 2 घंटे बाद विश्राम कर सकते हैं।
- 9- प्रतिदिन 15 से 20 मिनट का आसन प्राणायाम अवश्य करें।
- तथा स्वच्छ व खुली हवा में गहरी सांस लेने की आदत डालें। पुरानी कहावत भी है कि “सौ दवा एक हवा”!
- 10 – कब्ज कभी ना होने दें यह सभी रोगों की जड़ है अतः पेट साफ रखने का हमेशा ध्यान रखें।
हेल्दी जीवन की दिनचर्या- 2
- घर हवादार और खुला होना चाहिए। फल सब्जियों का अधिक से अधिक उपयोग करें।
- एक निश्चित और नियमित दिनचर्या का पालन करें।
- जिसमें जल उपवास उषःपान, प्राणायाम, व्यायाम, परिश्रम आदि सभी चीजों का को शामिल करें।
- यह रक्त को शुद्ध करते हैं और रक्त प्रदूषण बीमारी का मुख्य कारण होता है।
- इसीलिए उपरोक्त कार्य को अपनी दिनचर्या में शामिल अवश्य करें।
- बालों को माह में एक बार काटें, नाखून को सप्ताह में एक बार जरूर काटें।
- और दातों को रोज सुबह और रात में सोने से पहले अवश्य साफ करें।
- जल उपवास द्वारा शरीर की सफाई तथा स्वाध्याय ध्यान प्रार्थना और सेवा में जीवन से मन की सफाई करें।
- चाय कॉफी आदि दूर व्यसनों से स्वयं को दूर रखें।
हेल्थी जीवन की दिनचर्या-3
- अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक पालन करें।
- इससे हमें अपनी भूलों को समझने और उन्हें सुधारने का अवसर मिलता है ।
- कर्तव्यों के प्रति जागरूक होने से मन भी प्रसन्न होता है।
- मन प्रसन्न होने से शरीर स्फूर्तिवान, रोग व शोक रहित हो जाता है।
- काम, क्रोध, ईर्ष्या, बैर, तामस आदि विकारों से मन रोगी होता है ।
- अतः ऐसी नकारात्मक भावनाओं को अपने से दूर रखें।
- स्नेह, प्यार, क्षमा, उदारता, पवित्रता, नम्रता, अहिंसा से युक्त चिंतन करें।
- धूप, पानी, हवा, सर्दी, गर्मी, बरसात, पेड़-पौधे, नदी-पहाड़ आदि के साथ ज्यादा से ज्यादा जुड़ना चाहिए।
- प्रकृति से प्राप्त पदार्थों के साथ बिना छेड़छाड़ किए उन्हें प्राकृतिक रूप में ही ग्रहण करना चाहिए।
अंत में !
इस प्रकार हेल्दी जीवन की दिनचर्या के बहुत ही सरल और सादे नियम हैं। जिन्हें एक-एक करके हम अपने जीवन में संकल्प पूर्वक यदि उतार लेते हैं, तो हमारा जीवन स्वस्थ व सुखमय हो जाता है।
इन नियमों को अवश्य अपनाएं और स्वस्थ रहें। हेल्दी जीवन की दिनचर्या से संबंधित यह जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो इसे अपने मित्रों और परिजनों को अवश्य शेयर करें।
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