चौथी सीटिंग दो घण्टे की लें। इस समय मन मस्तिष्क सब थकने लगते हैं। अतः हल्के विषय लें।
जितना सुबह से अभी तक पढ़ा है , उसी को रिकॉल करें। जो विषय आपने पढे हैं उन्हें दोहराना जरूरी है।
क्योंकि अब समय परीक्षा का है, अतः जो पढें वह अंतिम तैयारी ही होनी चाहिए। इस तरह आपके मन का भय “कैसे करें परीक्षा की तैयारी!” दूर हो जाएगा।
प्रतिदिन के लक्ष्य से नियत जो विषय छूट जाएं, उसे इस चौथी सीटिंग मे पूर्ण करें।
कोई भी नया चेप्टर नये दिन की पहली सिटिंग में ही शुरू करें। दिन के अंत मे नये विषय की शुरुआत न करें।
8- फोर्थ ब्रेक में यह करें! Do this in the fourth break.
अब तक 8 बज चुके हैं, अब भोजन कर लें। थोड़ा टहलें। सबके साथ मिलें बैठें। ब्रेक एक घण्टे का ही होगा।
अतः इस ब्रेक का सावधानी से उपयोग करें। क्योंकि आप भोजन कर चुके हैं ।दिनभर की थकान भी है।
अभी एक छोटी सी सीटिंग बाकी है।अतः नींद व आलस्य से बचें। थोड़ा बहुत मनोरंजन अवश्य करें ।
किन्तु ध्यान हमेशा अपने लक्ष्य पर ही रखें। यह भी ध्यान रहे कि ब्रेक का समय आगे न बढ़े।
सीटिंग व ब्रेक दोनों ही अलार्म लगाकर ही सेट करें। व निश्चित समय पर आवश्यक रूप से उठ जाएं।
9- पाँचवी सीटिंग ले! Take fifth seating!
अब नौ बजे चुके हैं। पाँचवी सीटिंग भी दो ही घण्टे की लें। इसमें जो सुबह से अभी तक पढ़ा है उसे ही याद करें।
रिकॉल की ये दो सीटिंग अत्यंत महत्वपूर्ण है।जो आपको आपकी तैयारी से अवगत कराती है।
जिस तरह बाहर घूमने जाते समय, सामानों की पैकिंग की जाती है, ठीक वैसे ही जरूरी विषय सामग्री एकत्र करें।
व दिमाग मे विषयों को सुरक्षित व एकत्रित करें, ताकि समय आने पर ये विषय रिकॉल पध्दति से बाहर आ सकें।
आपकी पूरी मेहनत इसी पैकिंग पर टिकी है, यदि पैकिंग अच्छी है, तो सब चीजें आवश्यकता पड़ने पर मिलेंगी।
10- गहरी नींद लें!
अब सब कुछ व्यवस्थित कर सोने की तैयारी करें। अध्ययन के साथ साथ गहरी नींद लेना भी बहुत आवश्यक है।
जब आप सोते हैं तब दिमाग दिनभर की याद व तैयार की गई चीजों को व्यवस्थित करता है।
नींद कितनी लें यह जरूरी नहीं। जरूरी यह है कि नींद गहरी होनी चाहिए।
अपने कार्य व शारीरिक आवश्यकता के अनुसार ही नींद लें। शरीर व मन को नियंत्रित रखने के लिए अच्छी नींद आवश्यक है।
सोते समय सुबह एक निश्चित समय पर उठने का संकल्प लेकर सोएं। यह सुबह जल्दी उठने में मदद करेगा।
अंत मे यही सलाह दूंगी की यह आपकी लड़ाई है। दूसरे की ताकत और दूसरे के हथियार आपके काम नही आएंगे।
अतः अपने जीवन की योजना स्वयं तैयार करें। मार्गदर्शन अवश्य लें । किन्तु कभी कभी कुछ बातें प्रेक्टिकल नही लगती। तब भी विचार अवश्य करें व विवेक से काम लें।
दूसर यह कि पढ़ाई कितने घण्टे की गई, यह मायने नही रखता। अपितु कितनी एकाग्रता से पढ़ाई की यह मायने रखता है। अतः ऊपर बताई सिटिंग को स्वयं के अनुसार ढालने के प्रयास करें।
आशा करती हूं इस आर्टिकल ? “कैसे करें परीक्षा की तैयारी!” से आपको अपने अध्ययन रूटीन बनाने में अवश्य मदद मिलेगी।
अतः जोरों से अपने अध्ययन में लग जाएं। मेहनत करने वालों को सफलता अवश्य मिलती है।
यदि आपको यह आर्टिकल अच्छा लगे तो अपने दोस्तों को भी अवश्य शेयर करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए अवश्य देखें ।?
नमस्कार! मैं रेखा दीक्षित एडवोकेट, मैं एडवोकेट ब्लॉगर व युट्यूबर हूं । अपने प्रयास से अपने पाठकों के जीवन की समस्याओं को दूर कर ,जीवन में उत्साह लाकर खुशियां बांटना चाहती हूँ। अपने अनुभव एवं ज्ञान के आधार पर मैंने अपने ब्लॉक को सजाया संवारा है, जिसमें आपको योग ,धार्मिक, दर्शन, व्रत-त्योहार , महापुरुषों से संबंधित प्रेरक प्रसंग, जीवन दर्शन, स्वास्थ्य , मनोविज्ञान, सामाजिक विकृतियों, सामाजिक कुरीतियां,धार्मिक ग्रंथ, विधि संबंधी, जानकारी, स्वरचित कविताएं एवं रोचक कहानियां एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी । संपर्क करें : info.indiantreasure@gmail.com
शानदार लेख
Thankyou??
Great Timetable!!
Thankyou
Petition to change name of Indian treasure to mamiji’s treasure!
Thankyou??