होली में बनाएं बड़कुल्ला और इस पर्व का शुभारंभ करे।आप सोच रहे होंगे कि यह बड़कुल्ला क्या है। आज हम आपको होली के बड़कुल्ला से सम्बंधित कुछ रोचक तथ्य बताएंगे।
तेजी से बदलते समय के साथ हमारी परम्पराए विलुप्त होती जा रही है। इसलिए उन्हें याद रखना बहुत जरूरी है।आज सबकुछ शॉर्टकट होने लगा है।
व्यस्तता के कारण घरों में तो इनका प्रचलन लगभग समाप्त ही हो चुका है।
हालांकि अब तो मार्केट में भी यह सब उपलब्ध हो जाता है। किंतु कहीं कहीं गावों में ये परम्परा अभी भी जीवित है।
तो आइए आज बड़कुल्ला क्या है जानते हैं। इस आर्टिकल में आप पाएंगे-
- बड़कुल्ला क्या होता है
- यह कब बनाया जाता है।
- इसे कैसे बनाते है।
- होलिका में पूजा कैसे करें।
- इसका क्या महत्व है।
बड़कुल्ला क्या होता है। ।What is Badkulla?
- होली के पन्द्रह दिन पहले किसी भी शुभ दिन में इसे बनाया जाता है। इसे बड़कुल्ला, बरुला, बरुली ,गुलरा या बल्ला भी कहते हैं।
- इसमें गाय के गोबर से सात बड़कुल्ला या गुलरा बनाए जाते हैं। यह छोटे छोटे गोल आकार के कंडे जैसे होते हैं।
- परिवार के प्रत्येक सदस्य के नाम से सात सात बड़कुल्ला बनाए जाते हैं।
- इसके बाद गोबर से ही नारियल, पान व अन्य खिलौने भी बना लें। गोबर से नारियल बनाने के लिए दो दिए लें।
- दोनों दिए के बीच मे दो छोटे पत्थर रख कर डिब्बे की तरह बंद कर दें।
- अब इसके चारों ओर गोबर से ढंक कर नारियल का शेप दे दें, धूप में सुखा लें।
होली में बड़कुल्ला कब बनाएं ।When to make Barkulla in Holi.
- फाल्गुन शुक्लपक्ष की एकादशी को गोबर की पांच ढाल, एक तलवार, चन्द्रमा, सूरज, नारियल, बनाते हैं।
- एक होलिका माता, एक पान तथा आधी रोटी गोबर से ही बनावें।
- होलिका को रोली, मेहंदी, व आटे से सजाकर आंख में कौड़ी लगा दें।
- गोबर से ही तेरह सुपारी बना लें। ढाल और तलवार बनाने के बाद बड़कुल्ला न बनावें। सभी को धूप में सुखा लें।
- होली के दिन जब भद्रा न हो तब नारियल की रस्सी में एक बड़ी बड़कुल्ला की माला बनाएं।
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होली में कैसे बनाएं बड़कुल्ला।How to make Barkulla in Holi.
- बड़कुल्ला गाय के गोबर से बनाया जाता है।
- पहले गाय के गोबर को अच्छी तरह मसल कर तैयार कर लें।
- फिर हथेलियों में लेकर छोटे छोटे गोले बनाकर दबाकर छोटे से कंडे जैसा बना लें।
- अब उस कंडे में अंगुली से बीचों बीच एक छेद कर दें।
- इसी तरह गोबर से ही चाँद, सूरज, चकला, बेलन, खिलौने, व पान, नारियल आदि बनाते हैं।
- इन्ही को बड़कुल्ला कहते हैं। होली में इनका बहुत महत्व होता है। इसके उजमन से सुख समृद्धि होती है। अतः होली में जरूर बनाएं बड़कुल्ला।
होलिका में पूजा कैसे करें।How to worship in Holika.
- होली के दिन बड़कुल्ला की माला पिरोएं। इसमें गाय के गोबर से बने सभी खिलौने पिरोएं।
- घर के सभी सदस्यों के नाम से सारी चीजें व एक एक शीतला माता के नाम की व सभी देवी देवताओं के नाम से माला चढ़ा दें।
- इन सब मालाओं को 7-7 बड़कुल्ला, एक एक नारियल (गोबर का ही ), दो दो पान तथा तरह सुपारियां जो गोबर से तैयार की थीं, सबकी माला बना लें।
- अब सभी तैयार बड़कुल्ला में गुलाल व रोली छिड़क लें। एक थाली में सब सजाकर मिठाई भी रख लें।
- फिर थाली सजाके होली की पूजा कर सभी सामग्री होलिका में चढ़ा दें व गोबर की होलिका भी चढ़ा दें।
होली में बड़कुल्ला का क्या महत्व है। What is the importance of Barkulla in Holi.
- होली में बनाएं बड़कुल्ला क्योंकि ये गाय के गोबर से बनते हैं। और गोबर को जलाने से निकलने वाला धुंआ वातावरण को शुद्ध करता है।
- जिससे छोटे छोटे कीटाणु व मच्छर भी मर जाते हैं। व बीमारियों से सुरक्षा होती है।
- हमारे पूर्वजों द्वारा प्रत्येक प्रथा व परम्परा के पीछे हमेशा ही वैज्ञानिक तथ्य छिपे रहते हैं।
- किन्तु आधुनिकता की आड़ में हम बहुत कुछ खोते चले जा रहे हैं।
- ऐसा माना जाता है कि इस प्रकार होलिका पूजन करने से सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। होली में बनाएं बड़कुल्ला- विधि देखें-
आजकल बड़कुल्ला ऑनलाइन भी उपलब्ध होने लगे हैं। नीचे दिये लिंक पर आप आसानी से घरबैठे बड़कुल्ला प्राप्त कर सकते हैं।
https://www.amazon.in/dp/B08WC4JV6P/ref=cm_sw_r_cp_awdb_imm_3DHNKQHB13DW8KBTB9SZ
पुरानी परंपराओं को जीवित रखते हुए, चलिए होली में बनाये बड़कुल्ला व जीवन में सुख व समृध्दि का स्वागत करें।
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ताकि हमारी यह परम्परा जीवित हो सके और हमारे वातावरण को शुध्दता मिले।
ऐसी ही अनेक रोचक जानकारियों के लिए देखें
नमस्कार! मैं रेखा दीक्षित एडवोकेट, मैं एडवोकेट ब्लॉगर व युट्यूबर हूं । अपने प्रयास से अपने पाठकों के जीवन की समस्याओं को दूर कर ,जीवन में उत्साह लाकर खुशियां बांटना चाहती हूँ। अपने अनुभव एवं ज्ञान के आधार पर मैंने अपने ब्लॉक को सजाया संवारा है, जिसमें आपको योग ,धार्मिक, दर्शन, व्रत-त्योहार , महापुरुषों से संबंधित प्रेरक प्रसंग, जीवन दर्शन, स्वास्थ्य , मनोविज्ञान, सामाजिक विकृतियों, सामाजिक कुरीतियां,धार्मिक ग्रंथ, विधि संबंधी, जानकारी, स्वरचित कविताएं एवं रोचक कहानियां एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां उपलब्ध हो सकेंगी । संपर्क करें : info.indiantreasure@gmail.com
Very nice article!
Thanks for highlighting things about our very precious culture!
💫
Thankyou🙏
बहुत सुंदर जानकारी…👍👌💞
हमारे यहां भी ये किया जाता है होली के समय…